प्रहरी संवाददाता/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला उपायुक्त विजया जाधव के आदेशानुसार बीते 26 जून को कसमार प्रखंड के राजकीय अस्पताल में लगाया गया शिविर महज खानापूर्ति है। डॉक्टरों की लापरवाही से दिव्यांग शिविर बेकार रहा। कारण उक्त शिविर में कई डॉक्टर नदारत थे।
कुछ डॉक्टर थे तो कुछ भी जांच सामग्री नहीं था। सिर्फ़ सदर अस्पताल रेफर किया जा रहा था, जबकि प्रखंड में शिविर का लाभ दिव्यांगों को मिलना चाहिए था। लेकिन वैसा नहीं हुआ।
उक्त बातें 27 जून को कसमार प्रखंड प्रमुख नियोती कुमारी ने कही। प्रमुख ने कहा कि जिला के डीसी की सोंच काफ़ी सराहनीय रहा है, लेकिन उस सोंच को कुचलने का काम डॉक्टरो द्वारा किया गया है। क्षेत्र के गरीब दिव्यांग जन बोकारो जिला जाकर जांच नहीं करवा पा सकते है।
इसलिए प्रखंड में पुनः दिव्यांग शिविर लगाने के लिए बोकारो डीसी को इस सम्बन्ध शिकायत किया जाएगा। साथ ही डॉक्टर की कमी और दवा की कमी के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री को पत्र लिख़कर अवगत कराया जायगा। कहा कि सरकारी अस्पतालों में इलाजरत गरीब मरीज बाहर से दवा ख़रीद रहे है।
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