एस. पी. सक्सेना/मुजफ्फरपुर (बिहार)। सामयिक परिवेश कर्नाटक पटल पर स्वतंत्रता दिवस के पूर्व संध्या पर 14 अगस्त की शाम ऑनलाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त जानकारी मुजफ्फरपुर की युवा कवियित्री सविता राज ने दी।
उन्होंने बताया कि सामयिक परिवेश द्वारा आयोजित ऑनलाइन काव्य गोष्ठी में शाम सभी रचनाकारों ने भारत माता के सम्मान में, आजादी के सुअवसर पर एक से बढ़ कर एक प्रस्तुति दे कर आजादी का सम्मान किया एवं सामायिक परिवेश को भव्यता दी।
ज्ञात हो कि, उक्त काव्य गोष्ठी कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन सविता राज ने की। काव्य गोष्ठी की शुरुआत डॉ मीना कुमारी परिहार की द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से किया गया। संस्थाध्यक्ष ममता मेहरोत्रा ने यहां उच्च कोटी के विचार प्रस्तुत किए। अध्यक्षता डॉ सुमन मेहरोत्रा ने किया। उन्होंने सामयिक परिवेश को सर्वश्रेष्ठ संस्था बताया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ जय प्रकाश अग्रवाल, विशिष्ट अतिथि अनंत राम चौबे अनंत आदि कवियों ने अपनी उत्कृष्ट रचनाएँ प्रस्तुत कर कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। इस अवसर पर रचनाकारों ने एक से बढ़ कर एक रचनाएं प्रस्तुत की। सारी रचनाएं देशभक्ति पर आधारित था।
काव्यपाठ करने वालों में रामबाबू शर्मा दौसा (राजस्थान), डॉ.सुमन मेहरोत्रा मुजफ्फरपुर (बिहार), भावना भट्ट अहमदाबाद (गुजरात), डॉ मीना कुमारी परिहार बिहार, डॉ राम शरण सेठ छटहां मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश), कवयित्री अन्नपूर्णा मालवीया (सुभाषिनी) प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), ईश्वर चंद्र जयसवाल, संत कबीर नगर (उत्तर प्रदेश), जयप्रकाश अग्रवाल काठमांडू (नेपाल), अनन्त राम चौबे अनन्त जबलपुर (मध्य प्रदेश), आदि।
बृज किशोरी त्रिपाठी, रामनिवास तिवारी (मध्यप्रदेश), डॉ बांका बहादुर अरोड़ा, सुधा पांडेय, वी अरुणा (कोलकाता), संदीप कपूर, मुन्नी चौधरी, ब्राह्मी कपूर, हेमलता शर्मा (मध्यप्रदेश), रंजु सिन्हा, अंजू भारती रहे। कार्यक्रम के अंत में संचालन कर रही सविता राज ने अपनी रचना प्रस्तुत की, जबकि कार्यक्रम का विराम अंजु भारती के आभार ज्ञापन से किया गया।
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