ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी गिरिडीह द्वारा लिंग आधारित हिंसा के विरुद्ध अभियान के तहत एक दिवसीय जेंडर सेन्सीटाइजेशन वर्कशॉप का आयोजन नगर भवन गिरिडीह में किया गया।
इस कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह वीणा मिश्रा के निर्देश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह सौरव कुमार गौतम के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि मोहित चौधरी अवर न्यायाधीश सह न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी गिरिडीह उपस्थित हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त गिरिडीह शशि भूषण मेहरा, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी मोहित चौधरी, पैनल अधिवक्ता विपिन कुमार यादव एवं जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी जीतू कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी गिरिडीह मोहित चौधरी ने महिला हिंसा, लैंगिक न्याय, लैंगिक भेदभाव एवं महिलाओं के संरक्षण के लिए बनाए गए विभिन्न कानूनों जैसे घरेलू हिंसा निवारण अधिनियम, दहेज प्रथा उन्मूलन अधिनियम, बाल विवाह निवारण अधिनियम, डायन भूत उन्मूलन अधिनियम एवं महिलाओं के विरुद्ध लैंगिक अपराधों के उन्मूलन से संबंधित कानूनों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध को रोकने के लिए हर व्यक्ति एवं हर परिवार को सजग होने की आवश्यकता है। महिलाओं के प्रति अपराध की शुरुआत घर परिवार से ही होती है। इसलिए प्रत्येक घर में हम अपने बेटे एवं बेटियों में भेदभाव नहीं कर उन्हें शिक्षा, रोजगार एवं समाज में समान अवसर प्रदान करने के लिए तत्पर रहें, तभी महिला हिंसा को सामाजिक स्तर पर कम किया जा सकता है।
उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण, उत्थान एवं उन्हें प्रदान किए जाने वाले विधिक सहायता के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार निरंतर समाज के अंतिम तबके में रहने वाले लोगों खासकर महिलाओं एवं बच्चियों के बीच उनके अधिकारों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम करती है। साथ ही उन्हें निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि कोई भी महिला अपने विधिक अधिकारों को पाने से वंचित नहीं रहे। इसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार निरंतर जिले भर में स्थित विधिक सहायता केंद्रों के माध्यम से उनके बीच जागरूकता कार्यक्रम नियमित अंतराल पर करवाती है।
महिलाएं तथा समाज के कमजोर तबके के लोग यदि उनके साथ किसी प्रकार का अपराध एवं अन्य समस्या होती है तो जिला विधिक सेवा प्राधिकार, गिरिडीह एवं अपने प्रखंडों में स्थित विधिक सहायता केंद्रों में संपर्क स्थापित कर निःशुल्क, त्वरित एवं सुलभ न्याय को प्राप्त कर सकती हैं।
इस आयोजन के लिए एवं जिले भर से सैकड़ों की संख्या में पहुंचे स्वयं सहायता समूह के दीदियों की उपस्थिति को देखते हुए उन्होंने जेएसएलपीएस गिरिडीह को साधुवाद दिया।
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, शशि भूषण मेहरा ने कहा कि महिलाओं को शिक्षित होकर आत्मनिर्भर बनना पड़ेगा। महिलाएं स्वरोजगार के माध्यम से आर्थिक रूप से सबल बनेगी तो घर परिवार एवं समाज में उनके विरुद्ध स्वत: ही हिंसा में कमी देखने को मिलेगी। उन्होंने जमीनी स्तर पर आम महिलाओं के बीच उनके स्वरोजगार एवं सशक्तिकरण के लिए कार्य करने हेतु महिला स्वयं सहायता समूह के दीदियों की सराहना की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पैनल अधिवक्ता विपिन कुमार यादव ने महिला अधिकारों के ऊपर विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के द्वारा महिलाओं के हितों के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्रदान किया।
पारा लीगल वॉलिंटियर कामेश्वर कुमार ने जिले भर में पारा लीगल वालंटियर्स की भूमिका के बारे में जानकारी दिया। इस कार्यक्रम में जेएसएलपीएस (JSLPS) के जिला कार्यक्रम प्रबंधक एवं उनके सभी पदाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी गण, एनजीओ के कर्मी एवं जिले भर के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थी।
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