एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के तर्ज पर देश कई राज्यों में बुलडोजर संस्कृति तेजी से अपना प्रभाव जमाने लगा है। इसी क्रम में बीते 14 दिसंबर को झारखंड की राजधानी रांची में भी बुलडोजर ने अवैध अतिक्रमणकारियों पर कहर बरपाया। यहां सौ से अधिक अवैध मकान व् दुकान को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गयी।
जानकारी के अनुसार झारखंड की राजधानी रांची में रेलवे की जमीन पर हुए अवैध निर्माण को रेलवे ने बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया। बताया जाता है कि हटिया रेलवे स्टेशन की उक्त जमीन पर 60-70 साल से अधिक समय से स्थायी दुकानें और अस्थायी मकान बनाकर रहिवासी रह रहे थे। बीते 14 दिसंबर की सुबह 11 बजे से शाम छह बजे तक बुलडोजर से सभी दुकानें और मकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति भी की गई थी। साथ हीं भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात की गई थी।
बताया जाता है कि, अतिक्रमण हटाने के दौरान कुछ देर के लिए जाम भी लग गया था। हटिया स्टेशन रोड से एचईसी चेक पोस्ट तक किए गए सभी निर्माण ध्वस्त कर दिया गया। साथ ही हटिया स्टेशन की तरफ के मकान और दुकान को भी ध्वस्त किया गया। रेलवे सूत्रों के अनुसार रेलवे की जमीन पर रह रहे अतिक्रमनकारियों को पहले से ही नोटिस दिया गया था। नोटिस देने के बाद सभी को जमीन खाली करने को कहा गया था। बीते 13 दिसंबर की शाम रेलवे ने माइकिंग कर सभी को अपनी दुकान और निर्माण हटाने को कहा गया था।
निर्माण कार्य किए रहिवासियों को 14 दिसंबर को ही कार्रवाई होगी, इसका अंदाजा नहीं था। सुबह दस बजे ही बिरसा चौक पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे थे। सुरक्षाकर्मी और अधिकारी प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट के आने का इंतजार कर रहे थे। मजिस्ट्रेट के पहुंचने के बाद बुलडोजर से अभियान शुरू कर दिया गया।
बताया जाता है कि बिरसा चौक में नया रेलवे ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। ओवरब्रिज की लंबाई मौजूदा आरओबी से अधिक है। इसे देखते हुए रेलवे लंबे समय से अवैध निर्माण हटाने का नोटिस दे रहा था। बावजूद इसके स्थानीय रहिवासियों द्वारा निर्माण नहीं हटाया गया। रेलवे ने आरओबी का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है। इस कारण अवैध निर्माण को तत्काल हटा दिया गया।
बताया जाता है कि रेलवे की जमीन पर बनी 32 से अधिक स्थायी दुकानें और 100 से अधिक अस्थायी निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। कई अतिक्रमनकारियों ने अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची टीम को देखते हुए अपने घर और दुकान खाली करने लगे थे। कइयों ने कुछ घंटे की मोहलत मांगी।सभी को अनसुना कर अधिकारी निर्देश देते रहे और देर शाम तक सभी अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया गया। अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान एक दुकानदार ने कहा कि दुकान का मालिक नहीं पहुंचा है। लेकिन उसके निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान दुकान में रखे फ्रीज और अन्य सामान नष्ट हो गए।
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