एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में फुसरो-डुमरी पथ पर मकोली मोड़ के समीप स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल ढोरी में 16 सितंबर को राजभाषा पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार डीएवी ढोरी के महात्मा हंसराज पुस्तकालय सह वाचनालय में सीसीएल ढोरी क्षेत्र द्वारा प्रायोजित राजभाषा पखवाड़ा सफलता पूर्वक आयोजित किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम विद्यालय के वरीय शिक्षक एल. के. पाल तथा एस. के. शर्मा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
राजभाषा पखवाड़ा कार्यक्रम के अवसर पर विद्यालय के वरीय शिक्षक एस. बी. सिंह ने राजभाषा की महत्ता तथा राष्ट्रभाषा की आवश्यकता विषय पर प्रकाश डाला। शिक्षक गोपाल शुक्ला ने हिन्दी का उद्भव, विकास व हृास पर अपना मंतव्य प्रकट किया।
पंकज सिंह यादव ने भाषायी विकास में व्याकरण की उपयोगिता, पल्लवी भारद्वाज ने तकनीकि क्षेत्र में हिन्दी का प्रचलन, के. के. पांडेय ने हिन्दी में रोजगार की संभावनाएँ, साधु चरण शुक्ला ने हिन्दी का इतिहास व राष्ट्रहित में हिन्दी की महत्ता, सरणजीत कौर ने बच्चों के सर्वांगीण विकास में सुलेख का योगदान, बेबी अंजुम ने प्रारंभिक कक्षाओं में भाषा शिक्षण के गुर बताएँ। जबकि, नीलिमा आर्या ने हिन्दी की व्यावहारिकता पर बल दिया।
स्कूल के प्राचार्य सत्येंद्र कुमार ने हिन्दी दिवस पर अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि जिस प्रकार वाणी के बिना व्यक्ति गूँगा होता है, उसी प्रकार राष्ट्रभाषा के बिना राष्ट्र। अतः राष्ट्रहित में इसके सर्वाधिक प्रयोग पर गौरवान्वित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में हिन्दी के माध्यम से नित नूतन आयाम तय करने हेतु देश के सभी नागरिकों को सदा उद्धत रहना चाहिए।
हिन्दी विभागाध्यक्ष एस. के. शर्मा ने कहा कि हिन्दी अध्यापन में ईमानदारी बरतते हुए प्रारंभिक स्तर से ही शुद्ध व स्पष्ट भाषायी कौशल का विकास किया जाना चाहिए। कहा कि कविता, कहानी, नाटक उपन्यास व डायरी लेखन के लिए प्रेरित करने से बच्चों के आत्म विश्वास में वृद्धि होगी।
पत्रकारिता के क्षेत्र में नवोदित प्रतिभाओं को मुखरित होने का अवसर देकर अर्थोपार्जन के साथ प्रतिष्ठा प्राप्ति का सफल माध्यम है हिन्दी। कार्यक्रम के अन्त में, उद्घोषिका भारद्वाज के मंच संचालन तथा पाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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