पीयूष पांडेय/बड़बिल (ओडिशा)। नए साल में पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश करने की प्रतीक्षा कर रहे भक्तों के लिए एक वातानुकूलित कतार प्रणाली की शुरुआत होगी। बीते 31 दिसंबर को पुरी पुलिस द्वारा नई प्रणाली का ट्रायल रन किया गया।
जानकारी के अनुसार भगवान जगन्नाथ भक्तों के लिए मार्चिकोट चौक से ग्रांड रोड पर स्थित मंदिर कार्यालय तक एसी, पंखे, सीसीटीवी और बैठने की सुविधाओं के साथ 85 मीटर का छायादार मार्ग बनाया गया है। उक्त पथ में धातु बैरिकेड्स (समानांतर कतारें) की 10 पंक्तियाँ हैं, जिनमें से प्रत्येक पंक्ति 4 फीट चौड़ी है।
एसी मार्ग में एक समय में 3,000 से अधिक तीर्थयात्रियों को ठहराया जा सकता है। प्रत्येक पंक्ति में धातु की बैरिकेड से जुड़ी एक बेंच है, ताकि भक्त कतार में प्रतीक्षा करते समय बैठ सकें।
इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक (केंद्रीय रेंज) आशीष सिंह ने कहा कि हमने देश के किसी भी मंदिर में भक्तों के लिए ऐसी एसी कतार प्रबंधन प्रणाली नहीं देखी है। इस अवधारणा को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और 5टी के अध्यक्ष वीके पांडियन के निर्देश के बाद क्रियान्वित किया गया था।
सिंह ने बताया कि परेशानी मुक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। ज्ञात हो कि, यह महत्वपूर्ण परिवर्तन हाल ही में खराब कतार प्रबंधन और दर्शन प्रणाली को लेकर पुरी प्रशासन द्वारा की गई आलोचना के बाद आया है।
अक्टूबर और नवंबर में, भक्तों को मंदिर के बाहर छायादार गलियारे के नीचे कतारों में घंटों खड़े रहना कठिन लगता था। पुरी एसपी कंवर विशाल सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई नई प्रणाली का अनुभव करने के लिए भक्तों का स्वागत है। भक्तों की सुविधा और सुरक्षा हमारे लिए बहुत मायने रखती है।
कहा कि सिंह द्वार के पास पहले बनाया गया ओवरहेड शेड हटा दिया जाएगा। भक्त अब आराम से बैठ सकते हैं। दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश करने से पहले एसी मार्ग के पास मंदिर कार्यालय के रिसेप्शन पर 2,000 से अधिक भक्तों के लिए बैठने की व्यवस्था भी की है।
दिल्ली के एक श्रद्धालु पीयूष गुप्ता ने कहा कि पंक्ति प्रणाली में परिवर्तन देखकर उन्हें सुखद आश्चर्य हुआ। कहा कि पूर्व में यह अराजक और दर्दनाक था। हालांकि हमें सर्दियों में एसी की आवश्यकता नहीं है, लेकिन इससे गर्मियों में भक्तों को बहुत फायदा होगा।
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