पीयूष पांडेय/बड़बिल (ओड़िशा)। ओड़िशा सरकार ने पुरी में श्रीजगन्नाथ परिक्रमा परियोजना के कारण 17 जनवरी को राज्यव्यापी सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक बयान में घोषणा की कि राज्य के सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज और कार्यालय बंद रहेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीजगन्नाथ परिक्रमा परियोजना में पुरी में जगन्नाथ मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं शामिल की गयी हैं, जिनमें पार्किंग क्षेत्र, श्रीसेतु नामक एक पुल, तीर्थस्थल केंद्र, तीर्थयात्रियों की आवाजाही की सुविधा के लिए हाल ही में बनाई गई सड़क, शौचालय, क्लोक रूम और अन्य सुविधाएं शामिल है।
सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जगन्नाथ मंदिर हेरिटेज कॉरिडोर परियोजना के उद्घाटन में आम श्रद्धालुओं की भागीदारी को सुविधाजनक बनाने के लिए इसकी घोषणा की थी। श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने 17 जनवरी के समारोह में शामिल होने के लिए देश भर के 90 धार्मिक मंदिरों और संस्थानों के प्रतिनिधियों को निमंत्रण भेजा है।
श्रीजगन्नाथ मंदिर प्रशासन की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार श्रीमंदिर परिक्रमा पुरी में श्रीजगन्नाथ मंदिर को घेरने वाला एक नियोजित 75 मीटर का गलियारा है। इस परियोजना का लक्ष्य मेघनाद पचेरी के चारों ओर खुले और स्पष्ट रास्ते बनाना है, जिससे भक्तों और तीर्थयात्रियों को मंदिर, नीलचक्र और मेघनाद पचेरी के साथ दृश्य रूप से जुड़ने की अनुमति मिल सके। इसके अतिरिक्त श्रीमंदिर परिक्रमा तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं प्रदान करने और मंदिर और भक्तों दोनों के लिए सुरक्षा उपायों को बढ़ाने का काम करेगी।
बयान में कहा गया कि कॉरिडोर के उत्तरी हिस्से में 26.7 वर्गमीटर क्षेत्रफल में एटीएम कियोस्क बनाने की योजना है। इस कियोस्क का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जरूरत के समय भक्तों को उनके बैंक खातों तक पहुंच प्राप्त हो। इसके अतिरिक्त प्लाजा के पश्चिमी किनारे एक केंद्रीय नियंत्रित अत्याधुनिक विद्युत कक्ष पर काम चल रहा है।
यह कमरा मंदिर परिसर और उसके आसपास बिजली के कुशल और स्मार्ट प्रबंधन के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करेगा। कहा गया कि 130 वर्गमीटर क्षेत्र में फैले विद्युत कक्ष में मंदिर परिसर और प्लाजा क्षेत्र के लिए आवश्यक सभी उपकरण और पावर बैकअप सुविधाएं होंगी।
इसके अलावा 26.7 वर्गमीटर क्षेत्र को कवर करते हुए एक प्राथमिक चिकित्सा केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है। यह केंद्र मंदिर के कर्मचारियों, सेवायतों और आगंतुकों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं को पूरा करने वाली प्रारंभिक आपातकालीन चिकित्सा सुविधा के रूप में काम करेगा।
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