मुश्ताक खान/मुंबई। देश के स्वतंत्र दिन और स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव वर्ष देश की अस्मिता का सवाल है।
महाराष्ट्र का दुर्भाग्य है कि हमे ऐसे मुख्यमंत्री (CM) मिले हैं जिन्हें अपने सचिव से पूछना पडता है कि यह हीरक महोत्सव वर्ष है या अमृत महोत्सव वर्ष है? यह बात भारतीय जनता युवा मोर्चा महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत पाटील ने डंके कि चोट पर कही है।
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री से राज्य (State) के युवा वर्ग को अब कोई आशा या आकांशा नहीं रही, कम से कम वे देश के स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव वर्ष ना भुलें। इस लिए
युवा मोर्चा मुख्यमंत्री को 75000 पत्र भेजेंगे|
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