संतोष कुमार/वैशाली (बिहार)। पुरे उत्तर भारत सहित बिहार में भी घने कोहरे का आतंक और कंपाने वाली शीतलहर का प्रकोप जारी है। हर एक के इरादे इस मौसमी आलम मे आंशिक लेकिन कमजोर होता दिखता है। सरकारी और गैर सरकारी (Government and non- government) सभी तरह के महकमे समझौते करते दिख रहे।
इस हाड़ कांपते ठंढ में एक किसान ही ऐसा है जो डटे हैं अपने कर्तव्य पथ पर। जिस तरह से सामान्य दिनों में डटे रहते है। अरवल जिला (Arwal District) के हद में ओझा बिगहा के उक्त दृश्य पर अपनी युवा प्रतिक्रिया देते हुए जहानाबाद राजा बाजार के राहुल कुमार, अरवल बाजार के प्रदीप कुमार, अकबर पुर के मुन्ना कुमार समेत अन्य ने कहा कि इससे यही पता चलता है कि विकट परिस्थितियों में लोगों के इरादों को जंग लग ही जाता है।
एक किसान ही ऐसा वर्ग है जो बुलंद इरादों वाले होते हैं। जैसा कि ओझा बिगहा में घने कोहरे के बीच दिखा कि एक मासूम अपने अभिभावक जो एक किसान है, उसकी बेखौफ मदद में भिड़ा है। सलाम है ऐसे देश के किसानों के जज्बे को।
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