शहाबा एकेडमी इस्लामिक स्कूल ढ़ाहने को ले माले विधायक दल नेता का प्रेस वार्ता
एसपी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। भाजपा-जदयू की बिहार की नीतीश सरकार यूपी के योगी की बुलडोजर सरकार के नक्शे-कदम पर चल रही है। नियम- कानून को ताक पर रखकर पुलिस को आगे कर घटना के अभियुक्त के संबंधी के घर को बुलडोजर से ढ़ाहने का काम करती है। यह गैर संवैधानिक कृत है। ऐसे कृत के खिलाफ भाकपा माले सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
उक्त बातें भाकपा माले विधायक दल के नेता कॉमरेड महबूब आलम ने 20 नवंबर को समस्तीपुर जिला मुख्यालय के मालगोदाम चौक स्थित भाकपा माले जिला कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। माले विधायक दल नेता महबूब आलम ने पुलिस द्वारा बुलडोजर से जिला के हद में कल्याणपुर के भगीरथपुर स्थित शहाबा एकेडमी इस्लामिक स्कूल को ढ़हाने की बहुचर्चित घटना की जांच कर लौटने के बाद माले कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने घटना की जांच का हवाला देते हुए कहा कि मथुरापुर थाना कांड क्रमांक-18/24 का आरोपी मो. रूखसार प्राथमिकी अभियुक्त नहीं है। घटना में बाद में उनका नाम जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि मामले के आरोपी भगोड़ा नहीं हैं। वह बेल कराने की प्रक्रिया में है। इसी बीच बीते 10 नवंबर को बगैर स्थानीय थाना को सूचना दिए मथुरापुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सादे लिबास में पहुंचे। अभियुक्त को पकड़ कर घसीटकर ले जाने लगे। स्थानीय रहिवासियों ने अपराधी समझकर पुलिस का प्रतिरोध किया।
पुलिस की पहचान होने के बाद रहिवासी शांत हो गये। कहा कि इससे गुस्सायी पुलिस बीते 12 नवंबर को कोर्ट से कुर्की की वारंटी निर्गत कराई और 13 नवंबर को बगैर सूचना दिए आरोपी रूखसार के चाचा की जमीन-मकान में स्थित शहाबा एकेडमी इस्लामिक स्कूल जिसका संचालिका आरोपी की मां शगुफ्ता जबीं हैं, को बुलडोजर से मेन गेट, खिड़की, चौखट आदि को निकालकर तहस-नहस कर दिया। कार्यालय का आलमारी व अन्य सामान उठा लिया।
उन्होंने बताया कि हालांकि कोर्ट में मो. रूखसार के आत्मसमर्पण करने की जानकारी मिलते ही सामान वापस कर दिया गया। गौर तलब है कि वहीं पर इस घटना में शामिल एक अन्य अभियुक्त जो दूसरे समुदाय का है, उसके यहां कुर्की की कारवाई नहीं की गई।
माले नेता ने कहा कि पुलिस द्वारा अल्पसंख्यक होने के कारण अभियुक्त रूखसार के माता-पिता शगुफ्ता जबीं और हैदर अली के आवासीय परिसर नहीं होने के बाबजूद भी इस्लामिक स्कूल पर बुलडोजर चलाया गया, जो निश्चित रूप से कानून का उलंघन है। प्रताड़ना है। यह स्थानीय भाजपा नेताओं की साज़िश है। साथ ही पुलिस अपना पीठ भाजपा-जदयू सरकार से थपथपाने के लिए ऐसा किया गया है। यह यूपी के योगी का बुलडोजर माडल है। यह बिहार में नहीं चलेगा। इसके खिलाफ भाकपा-माले सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी।
उपस्थित पत्रकार के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र एवं झारखंड में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार होगी और इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास हिंदु- मुसलमान एवं मंदिर-मस्जिद के अलावे कोई मुद्दा नहीं है, जबकि इंडिया गठबंधन लोकतंत्र, संविधान, महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी, शिक्षा, चिकित्सा, जल- जंगल- जमीन को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रही है।
माले विधायक ने वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव में माले कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी का उत्तर देते हुए कहा कि माले का पिछले विधानसभा, वर्तमान लोकसभा चुनाव में स्ट्राइक रेट इंडिया गठबंधन के अन्य दलों से अधिक रहा है। पिछले चुनाव में माले को अगर और अधिक सीट मिला होता तो बिहार में इंडिया गठबंधन की सरकार होती। माले अपने मजबूत कामकाज के अधिकांश सीट इंडिया गठबंधन से तालमेल कर लड़ेगी-जीतेगी और इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी।
मौके पर भाकपा माले के दरभंगा जिला सचिव बैधनाथ यादव, बेगुसराय माले जिला सचिव दीवाकर कुमार, जिला सचिव उमेश कुमार, इंसाफ मंच के डॉ खुर्शीद खैर, माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह, दिनेश कुमार, महावीर पोद्दार, जिला कमिटी सदस्य जयंत कुमार, अनील चौधरी, गंगा प्रसाद पासवान आदि उपस्थित थे।
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