मंद बुद्धि महिला को पहुंचाया सुधार गृह
मुश्ताक खान/मुंबई। करीब 25 वर्षीय मंद बुद्धि महिला को
नेहरू नगर पुलिस कि निर्भया टीम ने कुर्ला पूर्व स्थित स्टेशन परिसर से पकड़ कर रायगढ़ जिला (Raigarh), कर्जत के श्रद्धा फाउंडेशन (Shraddha Foundation) बालिका सुधार गृह में पहुंचा दिया है।
ताकि बालिका सुधार गृह में उसकी देखभाल के साथ-साथ उसका उपचार भी किया जा सके। पुलिस द्वारा पकड़ी गई मंद बुद्धि महिला अपना नाम व पता आदि बताने में असर्मथ है।
नेहरू नगर पुलिस कि निर्भया टीम (Nirbhaya Team) से मिली जानकारी के अनुसार मंद बुद्धि महिला को बद से बत्तर हालत में कुर्ला पूर्व स्थित स्टेशन (Station) परिसर में देखा जाता रहा है।
पुलिस के हत्थे चढ़ी मंद बुद्धि महिला किसी भी वर्दी धारी को देख कर भाग जाती थी। इसके अलावा पुरूषों से काफी दूरी बनाए रखना उसकी फितरत है। इसके पिछे क्या राज है किसी को पता नहीं।
कैसे पकड़ी गई 25 वर्षीय मंद बुद्धि
बेनाम उक्त मंद बुद्धि महिला को पकड़ने के लिए नेहरूनगर पुलिस स्टेशन के एसीपी प्रमोद साइल और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक चंद्रशेखर भावल के मार्ग दर्शन में निर्भया टीम की पी एस आई नुतन पाटील ने कॉलेज गर्ल बन कर उक्त महिला के पास पहुंची, जबकि उसे पकड़ने के लिए निर्भया टीम ने पहले से ही जाल बिछा रखा था।
पाटील ने उसे बातों में फंसाए रखा इस बीच, पीआई पालदे, एएसआई शेल्के, महिला पुलिस हवालदार शीला जगदाले, कविता घाडीगावंकर, अंकीता म्हात्रे आदि ने उसे धर दबोचा।
इसके बाद मनपा परिमंडल पांच के वैधकीय अधिकारी डॉ. भुपेंद्र पाटील, मां हॉस्पिटल के सीएमओ डॉ. हरबंश सिंह बावा और डॉ. प्रशात यमगार की देख रेख में मंद बुद्धि महिला कि आरटीपीसीआर जांच की गई।
इसके बाद उसे रायगढ़ जिला, कर्जत के श्रद्धा फाउंडेशन बालिका सुधार गृह पहुंचा दिया गया। ताकि उसकी देख भाल के साथ-साथ उसका इलाज भी हो सके फिलहाल मंद बुद्धि महिला सुधार गृह में है।
कब से है कुर्ला स्टेशन परिसर में
स्थानीय सूत्रों के अनुसार मंद बुद्धि महिला का नाम ममता बताया जा रहा है। वह करीब दो साल पहले कुर्ला पूर्व के स्टेशन परिसर में आई थी। उस समय वह सभी के साथ बात चीत भी करती थी। बातचीत में वह दिल्ली के कई इलाकों का सही नाम भी बताया करती थी।
लोगों द्वारा पूछे जाने पर उसने खुद को दिल्ली की रहने वाली व अपना नाम ममता बताया था। लेकिन इन दो वर्षो में सब कुछ बदल गया। अब वह पूरी तरह से मंद बुद्धि की श्राणी में है।
और किसी से भी बात नहीं करती। जबकि पुलिस के अलावा डॉक्टरों ने उससे उसका नाम जानना चाहा लेकिन उसने एक शब्द भी नहीं बोला।
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