साभार/ कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हो रहे पंचायत चुनाव चुनाव हिंसा की चपेट में आ गया है। हिंसा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब तक 7 लोगों के मारे जाने की खबर है और 41 लोग घायल भी हुए हैं। वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो सुबह 11 बजे तक 26% वोटिंग हुई है। वोटों की गिनती 17 मई को होगी। 2019 में लोकसभा चुनाव के लिहाज इन चुनावों को बेहद अहम माना जा रहा है। ये चुनाव सिर्फ एक चरण में हो रहे हैं।
दक्षिण 24 परगना जिले में सीपीएम कार्यकर्ता का घर जलाया गया है। कार्यकर्ता और उसकी पत्नी की हत्या की गई है। उत्तर 24 परगना जिले में बीजेपी कार्यकर्ता पर चाकू से हमला किया गया है। दोनों ही घटनाओं में ममता बनर्जी की पार्टी के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगे हैं। कूच बेहार में पश्चिम बंगाल सरकार के उत्तर बंगाल विकास मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने बीजेपी कार्यकर्ताओँ को सबके सामने थप्पड़ मार दिया। मुर्शिदाबाद में तो कई मतदान केंद्रों पर मतपत्रों को तालाब में फेंक दिया गया, जिसके बाद उन केंद्रों पर वोटिंग कैंसिल कर दी गई।
हिंसा पर चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ”मतदान शुरू होने के तीन घंटे से भी कम समय में राज्य निर्वाचन आयोग को कई जिलों से हिंसा की शिकायतें मिलने लगी। आयोग ने पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा है। उत्तर 24 परगना, बर्द्धवान, कूचबिहार और दक्षिण 24 परगना जिलों से हिंसा की रिपोर्टें मिली हैं।”
अधिकारी ने बताया कि इसी जिले के भानगर में पुलिस ने झड़पों के बाद भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले छोड़े। आयोग ने घटना के संबंध में पुलिस से एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम की बात कही गई थी लेकिन हिंसक घटनाओं के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक आज 621 जिला परिषदों, 6,157 पंचायत समितियों और 31,827 ग्राम पंचायतों में वोट डाले जाएंगे।
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