साभार/ चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता की अंतिम यात्रा शुरू हो चुकी है। सोमवार रात 11.30 बजे निधन के बाद से ही उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शनों के लिए राजाजी हॉल में रखा गया था। यहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा कई जानी-मानी हस्तियों और आम जनता ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। इसके साथ ही उनकी अंतिम यात्रा शुरू हो गई और आंसुओं के से भरी आंखों से जनता ने उन्हें अंतिम विदाई दी। उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां हो चुकी हैं और अब से कुछ देर बाद उनकी पार्थिव देह को मरीना बीच के लिए ले जाया जाएगा।
इससे पहले अम्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए पीएम मोदी अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर चेन्नई पहुंचे। यहां उन्होंने राजाजी हॉल पहुंचकर जयललिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके अलावा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शाम 4 बजे राजाजी हॉल पहुंचे और अंतिम दर्शन किए। उनके साथ गुलाम नबी आजाद भी थे।
अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़
जयललिता के निधन के बाद राज्य में सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। उनका अंतिम संस्कार मरीना बीच पर एमजीआर की समाधि के पास होगा और अम्मा को भी समाधि दी जाएगी।
इससे पहले जयललिता के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शनों के लोग भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। उनके निधन के बाद राज्य में भारी सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। राज्य के सभी स्कूल कॉलेजों के अलावा अन्य प्रतिष्ठान अगले तीन दिन के लिए बंद रहेंगे।
बता दें कि जयललिता को रविवार शाम दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।उन्हें ईसीएमओ और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों पर रखा गया था, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जयललिता के निधन पर शोक जताया है। देर रात जैसे ही अपनी प्रिय नेता ‘अम्मा’ के निधन की खबर आई, उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ गई।
अपोलो अस्पताल के बाहर अफरा-तफरी मच गई। कई लोग रोते-बिलखते देखे दिए। “अम्मा-अम्मा” के नारे गूंजने लगे। एक समर्थक बिलखते हुए कह रहा था, “अम्मा आप हमें छोड़कर कैसे जा सकती हो।” समर्थकों के बेकाबू होने की आशंका में पहले ही पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
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