संवाददाता/ मुंबई। पंजाब ऐंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) (Punjab and Maharashtra Bank) बैंक के खाताधारकों का सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के रवैये को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को खाताधारकों ने आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन किया। खाताधारकों के मुताबिक, सरकार की तरफ से अच्छे दिन लाने का सपना दिखाया गया था, लेकिन वे अपने पैसे बैंक से निकाल नहीं पा रहे हैं। उन पर काले दिन थोप दिए गए हैं। इस मामले में मोदी सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए और खाताधारकों को उनके पैसे जल्द से जल्द लौटाने के लिए निर्देश देना चाहिए।
खाताधारकों के प्रदर्शन को देखते हुए मंगलवार को आरबीआई के अधिकारियों ने उनके प्रतिनिधिमंडल को मिलने के लिए बुलाया। प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक सदस्य ने बताया कि आरबीआई दफ्तर में जो अधिकारी उनसे मिले, उन्होंने अपना नाम और पद नहीं बताया। हालांकि, इन अधिकारियों ने कहा कि खाताधारकों का पैसा सुरक्षित है और केंद्रीय बैंक के गवर्नर इस मामले की खुद निगरानी कर रहे हैं। वे 25 अक्टूबर को मुंबई आ रहे हैं। उनके आने पर पीएमसी बैंक को लेकर बैठक होगी और इसके बाद 30 अक्टूबर तक आरबीआई फैसला लेकर सूचित करेगी।
आरबीआई (RBI) के अधिकारियों से जो प्रतिनिधिमंडल मिला, उन्हें भरोसा था कि मुलाकात में कोई हल निकलेगा। लेकिन उनके भरोसे पर तब पानी फिर गया, जब अधिकारी हल निकालने की बजाय उनसे ही सुझाव मांगने लगे। तब खाताधारकों ने कहा कि इस मामले में आरबीआई को हल निकालना है। सभी खाताधारकों को अपने पैसे वापस चाहिए। इसके लिए आरबीआई जल्द से जल्द निर्देश जारी करे। खाताधारक मंजुला कोटियन ने बताया कि हमारी दिवाली भी काली है और दशहरा भी काला ही था। हमें हमारे पैसे जल्द से जल्द वापस मिलने चाहिए। आरबीआई को सामने आकर हमारी मदद करनी चाहिए।
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