साभार/ नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में स्वाइन फ्लू जानलेवा बनता जा रहा है। स्वाइन फ्लू के कारण राजधानी दिल्ली में सोमवार तक 8 लोगों की मौत हुई है जबकि 15 नए मामले सामने आए हैं। नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान, गुजरात, पंजाब और महाराष्ट्र में स्वाइन फ्लू का सबसे ज्यादा प्रकोप है।
दिल्ली स्थित राममनोहर लोहिया अस्पताल ने आज बताया कि सोमवार तक स्वाइन फ्लू के कारण राजधानी में 8 मौतें हो चुकी हैं। दिल्ली में अबतक करीब 500 स्वाइन फ्लू के मामले सामने चुके हैं। एम्स, लोकनायक, अपोलो, मैक्स और फोर्टिस जैसे अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक पिछले कुछ हफ्तों में स्वाइन फ्लू के संदिग्ध और पीड़ित मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
NCDC के डेटा के अनुसार अबतक देशभर में 4,571 लोग स्वाइन फ्लू से पीड़ित पाए गए हैं। अकेले राजस्थान में देश में सबसे ज्यादा 40 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए हैं। राजस्थान में सबसे ज्यादा 72 लोगों की मौत हुई है, इसके बाद पंजाब 26, गुजरात 20, महाराष्ट्र 12 और दिल्ली 8 में मौतें हुई हैं।
स्वाइन फ्लू के बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ मंत्री जे पी नड्डा ने राज्यों के साथ बैठक की थी और उनसे इस बीमारी को शुरुआती स्टेज में ही बीमारी पकड़ में आ जाए। राज्यों से अस्पतालों में बेड रिजर्व रखने को भी कहा गया है। दिल्ली सरकार ने राज्य में स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामले को देखते हुए अडवाइजरी जारी की है।
स्वाइन फ्लू के लक्षणों को पहचानिए
बुखार और खांसी गला खराब, नाक बहना या बंद होना, सांस लेने में तकलीफ और बदन दर्द, सिर दर्द, थकान, ठिठुरन, दस्त, उल्टी, बलगम में खून आना इत्यादि स्वाइन फ्लू के सामान्य लक्षण हो सकते हैं। सरकार ने अलग-अलग कैटिगरी के वायरस के लिए अडवाइजरी जारी की है।
स्वाइन फ्लू से ऐसे करें बचाव
– खांसने और छींकने के दौरान अपनी नाक व मुंह को कपड़े या रुमाल से जरूर ढकें
– अपने हाथों को साबुन व पानी से नियमित रूप से धोएं
– भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें
– फ्लू से संक्रमित हों तो घर पर ही आराम करें
– फ्लू से संक्रमित व्यक्ति से एक हाथ तक की दूरी बनाए रखें
-पर्याप्त नींद और आराम लें, पर्याप्त मात्रा में पानी-तरल पदार्थ पिएं और पोषक आहार खाएं
– फ्लू से संक्रमण का संदेह हो तो डॉक्टर को दिखाएं
क्या न करें
– गंदे हाथों से आंख, नाक या मुंह को छूना, सार्वजनिक स्थानों पर थूकना
– किसी को मिलने के दौरान गले लगना, चूमना या हाथ मिलाना
– बिना डॉक्टर को दिखाए दवाएं लेना
– इस्तेमाल किए हुए नैपकिन, टिशू पेपर इत्यादि खुले में फेंकना
– फ्लू वायरस से दूषित रेलिंग, दरवाजे आदि को न छूएं
– सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करना
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