साभार/मुंबई। इमान का इलाज कर रहे डॉक्टरों के अनुसार मुंबई इलाज के लिए आने के बाद से उसका लगभग आधा वजन कम हो चुका है। वजन कम होने के साथ ही इमान को बढ़ते वजन के कारण होने वाली बीमारियों से भी काफी राहत मिली है। फिलहाल इमान को ‘सीजर’ की समस्या है। आगे वजन कम करने के लिए उसे एक खास दवा की जरूरत है, जो फिलहाल केवल एक अमेरिकी फार्मा कंपनी द्वारा बनाया जाता है। इसे क्लिनिकल ट्रायल के रूप में दिया जाता है। इमान का इलाज कर रहे सैफी हॉस्पिटल के बैरिएट्रिक सर्जन डॉ. मुफ्फज़ल लकड़ावाला ने कहा कि उपरोक्त दवा लेने के लिए हम कंपनी से बात करने की कोशिश कर रहे हैं।
मिस्र की 500 किलो की इमान 11 फरवरी को मुंबई इलाज के लिए आई थी। 7 मार्च को इमान की बैरिएट्रिक सर्जरी सैफी हॉस्पिटल में की गई। डॉ. लकड़ावाला ने कहा कि सर्जरी से पहले इमान को हायपर थायरॉइड, किडनी फैल्योर, लिवर की समस्या सहित कई परेशानियां थी। इन दो महीनों में इमान की इन परेशानियों पर काफी हद तक नियंत्रण पाया गया है। पिछले कुछ दिनों से इमान सीजर की वजह से परेशान हैं। चूंकि ये एक दिमाग से संबंधित समस्या है इसलिए इसकी अधिक जानकारी के लिए हमें इमान का सीटी स्कैन करना है। हालांकि अभी भी उसका वजन अधिक होने के कारण इसे अभी नहीं किया जा सकता।
इस बीच, शुक्रवार को इमान को प्रभावी ढंग से ऑक्यूपेशनल थेरेपी और फिजोथेरेपी के लिए हॉस्पिटल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। डॉ लकड़ावाला ने कहा कि हॉस्पिटल वार्ड में थेरेपी के लिए मशीनें हैं जो इसके पहले जहां इमान को रखा गया था वहां ले जाना मुश्किल था। ऐसे में इमान को अब और भी अच्छे से थेरेपी दी जा सकेगी। दवा मिलने के बारे में पूछे जाने पर लकड़ावाला कहा कि चूंकि इमान की सर्जरी हो गई तो उसके ऊपर क्लिनिकल ट्रायल नहीं किया जा सकता। उपरोक्त दवा के लिए जब हमारी बात पहले हुई थी, तब कंपनी का कहना था कि सर्जरी के बाद उसके परिणामों को देखने के हम उपरोक्त दवा दे सकते हैं। ऐसे में अब हम उपरोक्त दवा का इंतजार कर रहे हैं।
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