प्रहरी संवाददाता/ मुंबई। सरकार की गरीब विरोधि नीतियों के खिलाफ गुरूदास कामत ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व सांसद ने किराया बढ़ोतरी नीतियों में बदलाव का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि नई नीतियों से दक्षिण मुंबई में मकानों एवं दुकानों के किराये बढ़ेगे। इसका असर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर पड़ेगा। जबकि इसका फायदा विकासकों और जमीन मालिकों को होगा। इस मुद्दे पर भाजपा के दो स्थानीय विधायक अलग-अलग राग अलाप रहे हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव तथा पूर्व सांसद गुरुदाम कामत ने राज्य की भाजपा सरकार द्वारा किराया नीतियों में बदलाव का जोरदार विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि इससे दक्षिण मुंबई में मकानों एवं दुकानों के किराए में वृद्धि होगी। जिसका फायदा विकासकों और जमीन मालिकों को होगा। कामत ने कहा है कि नीतियों में बदलाव के नाम पर सरकार गरीबों का दोहन करने के फिराक में है।
उन्होंने कहा कि इसी क्षेत्र से भाजपा विधायक राज पुरोहित और मंगल प्रभात लोढ़ा अलग -अलग राग अलाप रहे हैं। जबकि यहां के मंत्री सरकार की भाषा बोल रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा लिए गए गरीब विरोधी फैसले का कांग्रेस विरोध करती है।
उल्लेखनीय है कि कामत ने नाला सफाई घोटाले के ठेकेदारों की जांच का आदेश देने और पांच ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में मनपा आयुक्त अजॉय मेहता की प्रशंसा की है। उन्होंने आयुक्त को लिखे पत्र में कहा है कि इन ठेकेदारों और अधिकारियों के पिछले दस साल के कार्यो की जांच कराएं, ताकि यह पता चले की लूट और भ्रष्टाचार कब से चल रहा है।
उन्होंने आयुक्त से सड़क निर्माण और पुर्न पुष्टिकरण के ठेकेदारों की भी जांच, नाला सफाई ठेकेदारों की तरह जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इसमें भी पिछले दस साल के कार्यो की जांच होनी चाहिए। वयोंकि इन ठेकेदारों द्वारा गड्ढे को सही ढंग से नहीं भरने के कारण मुंबई की आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। मानसून की पहली बौछार से भरे हुए गड्ढे फिर पुरानी हालत में आ जाते है। इसलिए इनके एक दशक के कार्यो की जांच होना बेहद जरूरी है।
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