मुश्ताक खान/ मुंबई। नालासोपारा रेलवे स्टेशन के पादचारी पुल पर रेशमा हकीम शेख नाम महिला ने एक नवजात शिशु को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्चा व उसकी माँ दोनों सही सलामत हैं, दोनों को उपचार के लिए आरपीएफ और स्टेशन मास्टर के सहयोग से मनपा अस्पताल में भेजा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार 2 सितंबर 2018 की सुबह करीब 9 बजे रेशमा हकीम शेख नालासोपारा से कांदिवली जाने के लिए घर से निकली थी। इस दौरान रेशमा प्लेटफार्म क्रमांक 2 से रेलवे के पादचारी पुल पर चढ़कर 3 की तरफ जा रही थी। इस दौरान उसे लगा की अब वह और आगे नहीं जा पायेगी। तभी उसने साथ चल रही एक महिला यात्री से मदद मांगी।
महिला यात्री उसे मदद देने के साथ-साथ उक्त पादचारी पुल पर चल रही कई महिलाओं को जमा कर लिया और कपड़े का पर्दा लगा कर उसकी डिलिवरी करा दी। यह बात नालासोपारा स्टेशन मास्टर व आरपीएफ को लोगों ने दे दिया। आनंन फानंन में स्टेशन मास्टर आर के मीना अपने साथ दो महिला सफाईकर्मी को लेकर घटना स्थल पर पहुंचे। वहीं दूसरी तरफ आरपीएफ के जवान भी घटना स्थल पर जमा हो गए। इस दौरान यात्री महिलाओं की मदद से रेशमा शेख एक नवजात शिशु को जन्म दे चुकी थी। इसे देखते हुए स्टेशन मास्टर व आरपीएफ के अधिकारी व कर्मचारियों ने एम्बुलेंस बुलाकर रेशमा व उसके बच्चे को बेहतर इलाज के लिए मनपा अस्पताल भेज दिया।
गौरतलब है कि 2 सितंबर की सुबह करीब 9: 05 बजे में रेशमा ने नवजात को जन्म दिया और नालासोपारा रेलवे स्टेशन मास्टर आर. के. मीना के साथ आरपीएफ के उपनिरिक्षक पवन कुमार, एएसआई धर्मपाल मीना के साथ कांस्टेबल राजेन्द्र प्रसाद, जीआरपी के स्टाफ भाले राव और दो महिला सफाई कर्मचारियों की मदद से उक्त स्थान की साफ-सफाई कराया गया।
बताया जाता है कि रेशमा हाकीम अहमद (26) नालासोपारा (प) बी/103 तूबा अपार्ट, समर्थ नगर, हनुमान नगर की रहने वाली है। जानकारी के अनुसार उक्त महिला चेकअप के लिए नालासोपारा से कांदिवली जाने वाली थी। हालांकि एम्बुलेंस को बुलाकर उक्त महिला व नवजात शिशु को वसई विरार शहर महानगरपालिका अस्पताल में उपचार हेतु भेज दिया गया।
क्या और कैसे हुआ
नालासोपारा रेलवे स्टेशन पर महिला रेलवे ब्रिज पर पहुची तो उसे असहाय पीड़ा होने लगी, जिसके बाद ब्रिज पर ही मौजूद 2 महिला सफाई कर्मी और आरपीएफ के जवान मौजूद थे। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा था कि महिला आखिरी छोर पर खड़ी है। यही नहीं ब्रिज के बीच में खड़ा एक शख्स भी इंसानियत का परिचय देते हुए दिखाई दे रहा था।
जो लोग ब्रिज के उस किनारे से जाना चाहते थे, उन्हें वो रोक कर दूसरी दिशा से जाने के लिए बोल रहा था, वही देखते ही देखते कुछ ही मिनट में स्टेशन के ब्रिज पर किलकारी गूंजने लगी, महिला ने एक लड़के को जन्म दिया। ठीक दस मिनट में रेलवे की एम्बुलेंस से महिला को वसई विरार के मनपा अस्पताल हेतु भर्ती कराया गया। समाचार लिखे जाने तक जच्चा – बच्चा दोनों सुरक्षित है।
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