मुंबई। जम्मू कश्मीर व उत्तर भारत के पहाड़ी इलाको में जारी बर्फबारी का असर मुंबई में दिखने लगा है। जिसने मुंबई के मौसम में ठंडक घोल दी है। मौसम के अचानक करवट लेने के बाद आमतौर पर गर्मी के आदि हो चुके मुंबईकरों को ठंड का अहसास होने लगा है। बढ़ती ठंड के बाद बीती रात मुंबई का न्यूनतम पारा 15.8 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। वहीं मौसम विशेषज्ञों ने मुताबित आगामी कुछ दिनों तक मुंबई के वातावरण में कोई बदलाव नही होगा।
मौसम विभाग के पश्चिम भारत के उपमहानिदेक के.एस. होसालिकर ने मौसम में आए बदलाव के लिए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और पहाड़ी क्षेत्रो में जारी बर्फबारी को जिम्मेदार ठहराया है। होसालिकर ने कहा कि तापमान में और गिरावट नही होगी एंव मौसम इसी तरह का बना रहेंगा। तापमान में आई गिरावट के बाद लोगों ने कपाटों में रखे स्वेटर बाहर निकाल शुरू कर दिया है। सुबह एंव रात के समय स्वेटर पहन कर घर के बाहर निकल रहे हैं। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को अभिभावक स्वेटर पहनाकर भेज रहे हैं।
वर्ष 1962 में मुंबई में सबसे कम 7.4 डिग्री सेल्सियस का तापमान दर्ज किया गया था। इसके बाद 29 जनवरी 2012 को 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। लेकिन मौसम में हो रहे लगातार बदलाव के बाद इस वर्ष सभी रिकॉर्ड टूटने की संभावना जताई जा रही है। शुक्रवार को सांताक्रुज का न्यूनतम तापमान 15.8 डिग्री सेल्सियस एंव कोलाबा का 18 .5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम के बदले मिजाज के कारण मुंबई में ऊनी कपड़ो की मांग बढ़ गई है। इस कारण से सुनी पड़ी ऊनी कपड़ों की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ जुटने लगी है। सीएसटी स्टेशन के करीब गर्म कपड़ो की दुकान लगाने वाले महेंद्र नेगी ने बताया कि तापमान में आई गिरावट के बाद बिक्री में 40 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।नेगी ने कहा कि वह प्रत्येक वर्ष मुंबई में कपड़े बेचने आते है। नवम्बर के पहले सप्ताह से ही अपनी दुकान सजा लेते हैं। लेकिन पिछले डेढ़ महीने के दौरान जितने कपड़ो की बिक्री हुई है उससे चार गुना अधिक कपड़े पिछले एक सप्ताह में ही बिक चुके हैं।
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