साभार/ मुंबई। सड़क हादसों के मामले में महाराष्ट्र देश में तीसरे नंबर पर है। महाराष्ट्र में राजमार्ग की संख्या 15 प्रतिशत है जिस पर होनेवाली दुर्घटनाओं की संख्या 57 फीसदी है। अन्य राजमार्ग पर दुर्घटना की संख्या 33 प्रतिशत है। हादसों में सबसे ज्यादा करीब 66 प्रतिशत मृत्यु मोटरसाइकल, साइकिल और पैदल चलने वालों की होती है। बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए परिवहन विभाग एक विशेषज्ञों की समिति स्थापना करने का निर्णय लिया है जो अपनी रिपोर्ट छह महीने में देगी, ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके।
राज्य परिवहन विभाग की बैठक सह्याद्री अतिथीगृह में हुई जिसमें परिवहन मंत्री दिवाकर रावते, परिवहन विभाग के प्रधान सचिव आशीष कुमार सिंह, परिवहन आयुक्त शेखर चन्ने, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय के सचिव ब्रिजेश सिंह, मुंबई परिवहन पुलिस उपायुक्त दीपाली मासिरकर, समृद्धि महामार्ग के मुख्य अभियंता अनिल गायकवाड, वेस्टर्न इंडिया ऑटोमोबाईल एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन डोसा सहित सार्वजनिक निर्माण कार्य आदि संबंधित विभागों के अधिकारी व अन्य लोग उपस्थित थे। इस मौके पर प्रस्तावित नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग पर की जानेवाली सड़क सुरक्षा संबंधी योजना को लेकर प्रस्तुतिकरण किया गया।
समृद्धि महामार्ग के लिए अधिक गति मर्यादा सुनिश्चित की गई है। परिवहन मंत्री ने वाहनों की डिजाइन के आधार पर गति मर्यादा सुनिश्चित करने लिए कहा। समृद्धि महामार्ग पर सड़क सुरक्षा के लिए किए जाने वाले विभिन्न उपायों को लागू करने से पहले पुणे-मुंबई महामार्ग पर का भी आकलन करने के लिए कहा। उसमें पाए जाने वाली त्रुटियों को संज्ञान में लेकर समृद्धि महामार्ग सहित अन्य राजमार्ग पर योजना का अमल करने के लिए कहा। घाट सेक्शन में लगातार हो रहे सड़क हादसों पर भी बैठक में चिंता व्यक्त की गई।
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