साभार/ मुंबई। आतंकवादी साजिश में महाराष्ट्र एटीएस ने शुक्रवार को बम और विस्फोटक के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। शनिवार को इनके पास से भारी संख्या में हथियार और अन्य सामग्री भी मिली है। इसके साथ ही एटीएस ने अब जांच और पूछताछ का दायरा और बढ़ा दिया है। सूत्रों का कहना है कि आरोपी आतंकवादी साजिश को इसी अगस्त महीने में ही अंजाम देने वाले थे। आरोपियों ने इसके लिए मुंबई, पुणे, नालासोपारा, सातारा और सोलापुर में कई जगहों की रेकी भी कर ली थी। फिलहाल एटीएस यह पता लगाने में जुटी है कि एटीएस धमाकों के लिए विस्फोटक सामग्री कहां से लाई गई और इनका मास्टरमाइंड कौन है।
बता दें कि नालासोपारा में एटीएस द्वारा मारे गए छापे में विस्फोटक पदार्थ, गन पाउडर और डेटोनेटर के साथ-साथ देसी बम बरामद हुए थे। इस मामले में एटीएस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसमें शामिल आरोपी वैभव राउत सनातन संस्था और हिंदू जनजागृति समिति का सदस्य था और ‘तोड़फोड़ व विध्वंसक’ गतिविधियों को लेकर पुलिस के रेडार पर था।
एटीएस के अधिकारी के अनुसार, हमारी जांच में कुल 16 लोगों के नाम सामने आए हैं। इनमें से वैभव राउत और शरद कालसकर को हमने शुक्रवार को नालासोपारा से गिरफ्तार किया है। वहीं सुधावना घोंधलकर नामक आरोपी को पुणे से गिरफ्तार किया गया। बाकी संदिग्धों से हमारी पूछताछ अभी भी जारी है।
पूछताछ के आधार पर हुई जब्ती में इनके पास से भारी संख्या में हथियार और अन्य सामग्री भी मिली। डीसीपी धनंजय कुलकर्णी ने बताया कि हम अब इसके मास्टरमाइंड का पता लगाने में जुटे हैं। डीसीपी ने बताया, हमने इनके पास से देशी कट्टे, एयरगन, पिस्टल बैरल, ट्रिगर मैग्जींस, चापर और चाकू सहित काफी हथियार जब्त किए हैं। इसके अलावा पेन ड्राइव, सीडी, हार्ड डिस्क और वाहनों के नंबर भी जब्त किए गए हैं।
उधर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बहुत सारी खुफिया सूचनाओं के बाद एटीएस ने यह ऑपरेशन शुरू किया है। फडणवीस ने कहा, ‘आरोपियों के पास से जो सामग्री बरामद की गई है वह बेहद खतरनाक है। किसी भी आतंकी या असामाजिक गतिविधि के लिए इसका दुरुपयोग हो सकता था। ऐसे में फिलहाल जांच जारी रहेगी और इसी जांच के आधार पर हम अपने उद्देश्य और लक्ष्य तक पहुंचेंगे।
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