मुश्ताक खान/ मुंबई। आतंकियों का सहयोग करने वाली सभी जमातों को भारत में बैन कर देना चाहिए और पाकिस्तानी दावते इस्लामी को उखाड़ फेकना चाहिए। यह बात ऑल इंडिया सुन्नी जमीयतुल उलेमा के महासचिव मौलाना मुफ़्ती सनाबील रज़ा खां ने कुर्ला में कही। उन्होंने कहा कि हिंदी हैं हम वतन हैं हिंदोस्ता हमारा! यहां आतंकियों को सहयोग देने वालों या सरपरस्तों के लिए कोई जगह नहीं है। हम ऐसी जमातों को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे जो हमारे देश का गद्दार या दुश्मन हो। उन्होंने सरकार से पाकिस्तानी तंजीमों को देश से भगाने की अपील की है।
मिली जानकारी के अनुसार इमाम जैनुल आबेदीन कॉन्फ्रेंस का आयोजन दारूल उलूम मदरसा अहले सुन्नत रजबिया गरीब नवाज, कुर्ला पश्चिम में संपन्न हुआ। इस आयोजित में सुन्नी जमात के सैकड़ो लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई। सुन्नी जमात के इस मंच पर मौलाना मुफ़्ती सनाबील रजा खां पीलीभीत शरीफ (उत्तर प्रदेश) के अलावा उलेमा मुफ़्ती मो. इदरीस रज़ा खां हशमती, अल्लामा मुफ़्ती नासिर रज़ा खां हशमती और मौलाना शमाईल रज़ा खां हशमती आदि ने वहाबी देवबंदी तंजीमों को जम कर कोसा।
उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा की हमारी बातों को उन गद्दारों तक जरूर पहुंचाएं, जो खाते हमारा हैं और गाते आतंकियों का हैं। इस मौके पर सचिव मौलाना सज्जाद सहाब, खतीब इमाम मौलान खुर्शीद, मौलाना हफीज कारी, मौलाना कारी आज़म, मौलाना सलाहुद्दीन, मौलाना मुस्लिम रज़ा हशमती के अलावा कई वक्ताओं ने इस्लाम की रौशनी में अपनी बातों को रखा। इस कार्यक्रम में मुफ़्ती नासिर रज़ा खां हशमती ने देश की तरक्की के लिए दुआएं मागी और पाकिस्तानी तंजीम दावते इस्लामी से देश को मुक्त कराने के लिए भारत सरकार से अपील की। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में शमशेर खान, मेराज रज़ा, फहद रिज़्वी, शाहिद हशमती, शादाब हशमती और दानिश रज़ा ने अहम भूमिका निभाई।
1,513 total views, 1 views today