मुंबई। मुंबई के एलफिन्स्टन रेलवे स्टेशन पर 106 साल पुराना ब्रिज पर शुक्रवार को भगदड़ मच गई जिससे 22 लोगों की मौत हो गयी। जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा आज सुबह 10 बजकर 45 मिनट के करीब हुआ। इस भीषण हादसे की वजह ओवरब्रिज टूटने और शॉर्ट सर्किट की अफवाह बताई जा रही है।
चश्मदीदों के मुताबिक बारिश के बीच ब्रिज टूटने की अफवाह के बाद मची अफतराफरी जानलेवा भगदड़ में बदल गई। भगदड़ की एक वजह ओवर ब्रिज का संकरा होना भी बताया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और अधिक हो सकती है। यात्रियों के मुताबिक पुल को लंबे समय से चौड़ा किए जाने की मांग की जा रही थी, लेकिन इस पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। हादसे के बाद रेल मंत्री ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं।
जिस वक्त यह हादसा हुआ तब तेज बारिश शुरू हुई थी, भीगने से बचने के लिए लोग फुटओवर ब्रिज पर चढ़े थे। जो स्टेशन के अंदर से आ रहे थे वे मुहाने पर रुके थे। ब्रिज पर भीड़ बढ़ती जा रही थी, 106 साल पुराना ब्रिज था। बारिश के कारण ब्रिज पर फिसलन बढ़ी और तभी एक व्यक्ति का पैर फिसला और वह गिर गया। व्यक्ति के गिरते ही धक्का-मुक्की का सिलसिला शुरू हो गया हो। यह वह वक्त होता है जब लोअर परेल और एलफिंस्टन स्टेशनों पर काफी भीड़ होती है।
घटनास्थल पर मौजूद रहे यात्री हादसे के खौफनाक मंजर को भी बयां कर रहे हैं। एक यात्री ने बताया कि भगदड़ के बाद एक के ऊपर एक लाशें और घायल पड़े हुए थे। हमने उन्हें उठाया और वाहनों तक ले गए। वहीं एक अन्य यात्री ने बताया, ‘ब्रिज के ऊपर से पब्लिक गुजर रही थी। बारिश की वजह से पब्लिक रुक गई और भीड़ बढ़ती चली गई।
इसके बाद धक्का-मुक्की शुरू हो गई और भगदड़ मच गई। जहां-तहां लाशें और घायल लोग पड़े हुए थे। पुलिस और रेलवे के अधिकारी मौके पर तब पहुंचे, जब वहां से पब्लिक लाशें उठा चुकी थी।’ हालांकि पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी का कहना है कि लगभग एक ही समय पर 4 ट्रेनों के आने के चलते यह भगदड़ मची थी।
शुक्रवार को हुए इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन पर सीधे उंगली उठ रही है। एलफिन्सटन रोड स्टेशन के फुटओवर ब्रिज की खस्ता हालत को सुधारने के लिए पहले भी मांग हो चुकी है।
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