मुंबई। शब-ए-बारात का त्योहार मुंबई सहित पूरे देश और दुनिया में काफी धूमधाम से मनाया गया। इसे इबादत वाली सबसे बड़ी मगफिरत की रात भी कहते हैं। इस रात इस्लाम के मानने वाले पूरी रात इबादत में मशगुल रहते हैं। इस रात की खास अहमियत है, पूरी रात इबादत करने के बाद लोग कब्रिस्तान जाते हैं और वहां हर मुर्दे की मगफिरत के लिए दुआएं मागते हैं।
धार्मिक एतबार से शब-ए-बारात की मुबारक रात में कोई नमाज पड़ने में मशगूल होता है तो कोई कुरान शरीफ की तिलावत करता नजर आता है। इसी रात की खास अहमियत है, इसी रात को अमाल के मुताबिक हर मोमीन की दुआएं कबूल होती है। इसी रात को लोग अपने बेगानों के लिए कब्रिस्तान में जाकर दुआएं भी मांगते हैं। कुछ ऐसा ही नजारा कुर्ला पूर्व के बहूल क्षेत्र कसाईवाडा में भी देखा गया।
शब-ए-बारात की रात यहां के स्थानीय समाजसेवकों ने कब्रिस्तान को हरी- पीली-नीली-लाल-गुलाबी टिमटिमाती बत्तियों से सजा रखा था। इतना ही नहीं कसाईवाडा के समाजसेवक इरफान तांबोली ने कब्रिस्तान की जियारत करने वालों के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराई थी। कब्रिस्तान आने वालों के लिए चाय-पानी का भी इंतजाम उन्होंने कराया था। कुर्ला पूर्व के कसाईवाडा कब्रिस्तान में रात भर टिमटिमाती बत्तियां लोगों के दिल और घरों को उजाला कर रहीं थी।
इस दौरान कसाईवाडा कब्रिस्तान के दौरे पर स्थानीय नगरसेवक कप्तान मलिक, समाजसेवक कासिम तांबोली, सलीम शेख (डिलक्स) के अलावा बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम देखा गया। वहीं शब-ए-बारात की मुबारत रात में सुरक्षा के मद्देनजर शासन और प्रशासन के लोग भी दौरा करते रहे। इनमें जोन छह के डीसीपी शाहा जी उमप, चुनाभट्टी के वरिष्ठ अधिकारी सुनिल भोसले, क्राइम पीआई सलीम तांबोली आदि शामिल हैं।
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