मुंबई। राज्य सरकार ने प्रायोगिक तौर पर अगले 3 महीने तक स्कूली बच्चों को पोषक आहार के रूप में दूध पाउडर देने का निर्णय लिया है। इसके तहत एक बच्चे को एक महीने के लिए 200 ग्राम पाउडर का एक पैकेट दिया जाएगा यानी एक बच्चा लगभग 7 ग्राम दूध के पाउडर से बने दूध को पीकर तंदुरुस्त बनेगा। स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से जारी राजाज्ञा (जीआर) के मुताबिक, राज्य के पोषण आहार योजना के अंतर्गत पात्र स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को दूध का पाउडर दिया जाएगा। एक विद्यार्थी को एक महीने के लिए एक 200 ग्राम का पैकेट देना है। अभिभावकों को इस पाउडर से दूध बनाकर अपने बच्चों को पिलाना होगा।
सरकार ने यह योजना प्रायोगिक तौर पर प्रभावी रूप से लागू करवाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का भी गठन किया है। इसमें वित्त और नियोजन विभाग के अपर मुख्य सचिव, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव, पशु संवर्धन व दुग्ध व्यवसाय विभाग के सचिव, एफडीए आयुक्त, शिक्षा आयुक्त सदस्य और शिक्षा निदेशक (प्राइमरी) सदस्य सचिव होंगे।
जीआर में इस दूध पाउडर को एक ही दिन वितरित करने के लिए दूध पाउडर वितरण दिवस मनाने का निर्देश दिया गया है। इसके मुताबिक, संबंधित स्कूलों में एक दिन ‘दूध पाउडर वितरण दिवस’ जाहिर कर स्कूल प्रबंधन समिति की उपस्थिति में पैकेट दिए जाएंगे। इसी दिन अभिभावकों को दूध बनाने की जानकारी दी जाएगी।
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