मुंबई। हाल के दिनों में फेरीवालों पर लगातार हो रहे हमले व अत्याचार के खिलाफ भारतीय जनहित कांग्रेस पार्टी (बीजेसीपी) और राष्ट्रीय भीमसेना (आरबीएस) ने संयुक्त रूप से मोर्चा खोल दिया है। फेरीवालों के सर्मथन में उतरे दोनों दलों ने शुक्रवार की शाम चेंबूर के वाशीनाका स्थित फ्री के नीचे सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए घेरने की कोशिश की।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय भीमसेना (आरबीएस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर आर पांडियन ने फेरीवालों के समर्थन में सरकार से पांच सूत्री मागों का ऐलान किया है। उक्त मांगपत्र की प्रति आरसीएफ पुलिस को भी दिया है। पांडियन ने केंद्र व राज्य सरकार को सुप्रीम कोर्ट के 9 सितंबर 2013 के आदेश का पालन करने की नसीहत दी है। इसके अलावा फेरीवालों (पथ विक्रेता) अधिनियम 2014 पर विचार करने को कहा है। इस तरह भारतीय जनहित कांग्रेस पार्टी (बीजेसीपी) और आरबीएस के कार्यकर्ताओं द्वारा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
पांडियन ने अपने मांग पत्र में सरकार से मांग की है कि रेलवे स्टेशन परिसर से हटाए गये फेरीवालों को उसी जगह पर तुरंत व्यापर करने की अनुमती दे। टाउन वाइंडिंग कमेटी का गठन करे या फेरीवालों को रोजगार भत्ता के रूप में प्रतिमाह दस हजार रूपये दे। पांडियन का कहना है कि मुंबई मेहनतकशों की है और सभी को यहां कारोबार व नौकरी करने का अधिकार है। इस अवसर पर दोनों दलों के कार्यकर्ता मौजूद थे।
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