शपथ ग्रहण की लाज रखे सरकार
मुश्ताक खान/ मुंबई। शुक्रवार की दोपहर बाद जुमा कुर्ला (Kurla) पूर्व स्टेशन परिसर व कसाईवाडा (Kasaiwada) में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ हजारों नागरिकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में हिंदू-मुस्लिम पुरूषों के साथ महिलाओं ने भी केंद्र की मोदी और अमित शाह सरकार के खिलाफ नागरिकता संशोधन कानून (CAA) वापस लेने की मांग की। नाराबाजी करने वाले प्रदर्शनकारियों ने यह भी नारे लगाए की हर मोर्चे पर नाकाम सरकार अपनी कमियों को छुपाने के लिए एनआरसी के बाद CAA का सहारा ले रही है। प्रदर्शनकारियों ने खुल कर केंद्र की भाजपा सरकार को कोसा।
गौरतलब है की कुर्ला पूर्व स्टेशन परिसर में हजारों की संख्या में उमड़े प्रदर्शनकारियों ने कहा की आजादी के बाद से अब-तक हिंदु-मुस्लिम व अन्य धर्म के देशवासी एक दूसरे के साथ मिल-जुल कर रह रहे थे। इतना ही नहीं सभी एक दूसरे के दुख-दर्द में हाथ बंटाते आ रहे हैं। लेकिन जबसे देश में भाजपा की सरकार आई है लोगों का चैन व सुकून छीन गया है। प्रदर्शनकारियों ने आवाज बुलंद करते हुए सरकार से यह गुहार लगाई की हिंदू-मुस्लिम करने के बजाय लोगों में शांति व भाईचारे का संदेश देना चाहिए।
बेरोजगारों को रोजगार के अवसर व देश को प्रगतिपथ पर ले जाने के मुद्दे पर काम करना चाहिए। हम लोगों ने सरकार को बहुमत दिया है इसका गलत इस्तेमाल न करें तो अच्छा होगा। प्रदर्शनकारियों में से एक ने कहा केंद्र की भाजपा सरकार के मंत्रियों ने शपथ ग्रहण के दौरान जो कसमें खाई थी, अब ठीक उसके उल्ट चल रही है। कुर्ला स्टेशन परिसर के प्रदर्शनकारियों में शकील कपूर, राजू मिस्त्री, तौफीक खान, भास्कर बोबडे, रफीक शेख, जावेद निजामी, बाबू भाई आदि बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे थे। नेगरूनगर पुलिस के सहयोग से प्रदर्शन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कुर्ला पूर्व के कसाईवाडा
कुर्ला के कुरैशनगर (Quresh Nagar) में हलीम खान और जाहिद रिज़वी के मार्गदर्शन में हजारों की संख्या में नागरिकों ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। यहां के प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार को चेतावनी भरे अंदाज में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को वापस लेने को कहा। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की अपनी नाकामियों पर कब तक पर्दा डालोगे। देश की जनता भाजपा की इन नीतियों को समझ चुकी है। यही कारण है की देश के कोने- कोने से सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगीं है।
प्रदर्शनकारियों का कहना था की अपनी व आरएसएस की नीतियों को कब-तक जनता पर थोपोगे। जनता की गढ़ी कमाई पर ऐश करने वालों अब तुम्हारे पाप का घड़ा भर चुका है, कभी भी करवट ले सकता है। ईश्वर के घर देर है पर अंधेर नहीं? अडानी और अंबानी बंधुओं की खातिर क्यों पाप के भागीदार बनते जा रहे हो! कहावत है की गरीबों की आह कब और कहां पहुंचाएगी, पता नहीं चलेगा। कुरैशनगर का प्रदर्शन बड़ी मस्जिद से शुरू हुआ, लोग आते गए और हजारों का मजमा लग गया।
प्रदर्शनकारियों का मजमा बड़ी मस्जिद से उमरवाडी, बंटर भवन होते हुए टैक्सी स्टैंड पर खत्म हुआ। इस प्रदर्शन में हिंदू-मुस्लिम के अलावा सभी अल्पसंख्यक महिला एवं पुरूष शामिल हुए। कुरैशनगर में CAA को रद्द करने की मांग करने वालों में स्थानीय नगरसेवक कप्तान मलिक, गोपाल पुरी, हाजी रफीक, विष्णु मिश्रा, अफजल खान, त्रियोगी पांडे, शबनम शेख, रत्ना बाई, नगरसेवक अशरफ आजमी, फातिमा शेख, रूबीना खान आदि शामिल हुए। यहां चुनाभट्टी पुलिस ने प्रदर्शकारियों को भरपूर सहयोग किया।
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