मुंबई। अपने यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने में हमेशा प्रयत्नशील रहने वाली पश्चिम रेलवे ने प्रोजेक्ट स्वर्ण के अंतर्गत मुंबई सेंट्रल-नई-दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में अनुभूति कोच लगाने के बाद अब एक और प्रीमियम ट्रेन मुंबई सेंट्रल-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को एक ब्रांड न्यू लुक प्रदान किया गया है। नये साल में पश्चिम रेलवे आरामदायक सफ़र पर विशेष ध्यान दे रही है।
इस नये रेक ने 8 फरवरी को अपनी पहली यात्रा प्रारम्भ की। इस अवसर पर पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल मंडल के मंडल रेल प्रबंधक मुकुल जैन ने नई राजधानी एक्सप्रेस के नये रेक की प्रमुख विशेषताओं को प्रदर्शित करने वाले ब्रोशर का विमोचन किया। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर के अनुसार सबसे पहले गन्तव्य के पुराने बोर्डों को बदलकर रेट्रो रिफ्लेक्टेड बोर्ड लगाकर कोच नम्बरिंग प्लेटों के साथ बदला गया।
जिससे यात्रियों को अंधेरे में भी ये दिखाई देंगे। गलियारों, प्रवेशद्वार, शौचालयों तथा सीलिंग पर एंटी-ग्राफिटी कोटेड डिज़ाइनर विनॉयल रैप एवं वॉल पैनलों पर पेंट कोटिंग के साथ आंतरिक सज्जा की गई है। बैठने के क्षेत्र में सजावट की गई है। बेहतर प्रकाश व्यवस्था के लिए कोचों एवं शौचालयों में एलईडी लाइटें उपलब्ध कराई गई हैं। कोचों में महाराष्ट्र, गुजरात तथा दिल्ली के स्मारकों एवं सांस्कृतिक विरासतों की पेंटिंग एवं फोटोग्राफ लगाये गये हैं।
रसोईयान की खिड़कियों में डिज़ायनर वन-वे विज़न फिल्म्स लगाकर इसे साफ-सुथरा बनाया गया है। शौचालयों में ब्रांडेड बाथ फिटिंग्स, बेहतर डिज़ायन के वॉश बेसिन, प्रीमियम क्वालिटी सोप, टॉयलेट पेपर डिस्पेंसर के साथ पश्चिमी बनावट के शौचालयों हेतु हाइजेनिक ऑटोमेटिक पर्सनल सीट डिस्पेंसर तथा दुर्गंध रोकने के लिए ऑटो जेनिटर की व्यवस्था की गयी है।
फर्श को साफ रखने के लिए फर्श पर स्क्रैपर मैटिंग लगाई गई है। सभी शौचालय में इंडिकेटरों को लगाया गया है। प्रथम वातानुकूलित कोचों में प्रीमियम क्वालिटी के तकियों, प्रिंटेड चादरों, हैंड-बाथ टॉवेल, एलईडी प्रकाशित फोटो फ्रेम, डिज़िटल वॉल क्लॉक, घुमावदार कूड़ेदान तथा ग्राहकों के लिए ऑन डिमांड सेवाओं पर विशेष बल दिया गया है।
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