मुंबई। एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद 15 जुलाई को मुंबई आ रहे हैं। कोविंद शिवसेना से वोट मांगने मातोश्री नहीं जाएंगे। इस दौरान वे भाजपा और सहयोगी दलों के विधायकों और सांसदों से मिलेंगे, लेकिन उद्धव ठाकरे से समर्थन मांगने मातोश्री नहीं जाएंगे।
हालांकि अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं है कि सहयोगी दलों के साथ शिवसेना विधायक शामिल हैं या नहीं, लेकिन यह तय है कि उद्धव ठाकरे से मिलने मातोश्री नहीं जाएंगे। कोविंद के मुंबई के प्रस्तावित कार्यक्रम में मातोश्री जाने का कोई उल्लेख नहीं है। वैसे तमाम गतिरोध के बावजूद शिवसेना ने कोविंद को समर्थन देने का ऐलान किया है।
एनडीए के राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार तय करने से पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मातोश्री गए थे, उस दौरान दोनों नेताओं की बंद कमरे में उद्धव और आदित्य ठाकरे से मीटिंग हुई थी। इसके बाद उद्धव ने एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने का ऐलान किया था। वैसे भाजपा ने सहयोगी दलों से समर्थन पहले लिया और बाद में रामनाथ कोविंद के नाम की घोषणा की।
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता माधव भंडारी ने बताया कि 15 जुलाई को मुंबई आ रहे कोविंद सभी घटक दलों के नेताओं से मिलेंगे, लेकिन शिवसेना के बारे में कोई प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया। इधर शिवसेना खेमे में इसकी चर्चा है कि कोविंद को मातोश्री आना चाहिए, लेकिन अभी तक उनके कार्यक्रम में इसका कोई जिक्र नहीं है।
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