मुंबई। आरसीएफ पुलिस में कार्यरत पुलिस नाईक सदानंद लक्ष्मण प्रभू कि मौत हृदय गति रूकने से हो गई। 54 वर्षीय सदानंद प्रभू 2013 से आरसीएफ पुलिस थाने में तैनात थे, उनका बैच नंबर 30188 था। 3 मई शंकर चतुर्थी के दिन भी स्व. सदानंद प्रभू सुबह की पाली में थे, लेकिन तबीयत बिगड़ने के कारण वे अनुमति लेकर लगभग शाम पांच बजे घर पहुंचे।
साधारण व मिलनसार स्वभाव के सदानंद प्रभू अपनी शारीरक स्थिति पत्नी सुरेखा सदानंद प्रभू (शिल्पा) से बताया। उनकी पत्नी ने आनंन फानंन में उन्हें नींबू का शरबत पिलाया, इस दौरान वे शौचालय भी गए लेकिन शौच से लौटने के बाद उनकी स्थिति और बिगड़ गई। इसके बाद पास पड़ोस के लोग व रिश्तेदारों ने उन्हें नजदीकी हॉस्पिटल में ले गए। हॉस्पिटल में जांच के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह मौत घर और हॉस्पिटल के दरम्यान होने की संभावना जताई जा है।
इसके बाद नियमित रूप से उनका पोस्टमार्टम हुआ और 4 मई को उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। कर्नाटक उडपी के रहने वाले स्व. सदानंद लक्ष्मण प्रभू अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ गए हैं। अचानक उनकी मौत से उनके मातहत काम करने वाले कर्मचारी सकते में हैं। आरसीएफ पुलिस स्टेशन के सभी कर्मचारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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