संवाददाता/ मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election) में टिकट पाने के लिए चल रही रस्साकसी के दौरान अंतिम सूची में घाटकोपर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने पराग शाह (Parag Shah) को भाजपा का उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे बौखलाए फडणवीस सरकार के पूर्व मंत्री प्रकाश मेहता (Prakash Mehta) के कार्यकर्ताओं ने नामांकन पत्र दाखिल करने जा रहे पराग शाह की गाड़ी पर हमला कर दिया। यह घटना नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन 4 अक्टूबर शुक्रवार की सुबह करीब सुबह 11:15 बजे की है। इस घटना में शाह को चोट तो नहीं लगी, लेकिन चंद समय की झड़प ने उन्हें राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय हीरो बना दिया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होना है। इसके लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन 4 अक्टूबर थी और 5 अक्टूबर को स्कूटनी होना तय है। हालांकि चुनाव की घोषणा हुए करीब डेढ़-दो माह हो चुके हैं। लेकिन सीटों का अंतिम बंटवारा 4 अक्टूबर तक चलता रहा। टिकट के बंटवारे में कई दिग्गजों का पत्ता साफ हो गया। ऐसे में जिन्हें टिकट नहीं मिला था। ऐसे लोग बेचैनी से अंतिम सूची का इंतजार कर रहे थे। इस बीच अचानक पराग शाह को भाजपा का टिकट मिलने व उनके नामांकन पत्र दाखिल करने की जानकारी फडणवीस सरकार के पूर्व मंत्री प्रकाश मेहता के कार्यकर्ताओं को लगी। बताया जाता है कि पूर्व मंत्री मेहता के कथित समर्थकों ने इस निर्वाचन क्षेत्र से पार्टी उम्मीदवार पराग शाह की कार पर हल्ला बोल दिया। शाह इस घटना के समय अपनी गाड़ी में ही बैठे थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के समूह के साथ शाह उस परिसर में जा रहे थे जहां नामांकन पत्र दायर होना था। तभी मेहता के कथित समर्थक वहां पहुंचे और उन्होंने शाह की कार को रोक दिया। मेहता ने 2014 में घाटकोपर (पूर्व) से चुनाव जीता था। लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया है। मेहता के समर्थक इसी बात से नाराज थे। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने कार का शीशा तोड़ दिया और वाहन के दूसरे हिस्सों को भी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान शाह को चोट नहीं लगी। वह भीड़ के तितर-बितर होने तक कार में बैठे रहे। मेहता के समर्थकों ने शाह के खिलाफ नारे लगाए और उनके नेता को टिकट नहीं मिलने का जिम्मेदार उन्हें ठहराया। अधिकारी ने बताया कि शाह की कार के निकट भीड़ एकत्र हो गई और सड़क यातायात बाधित हो गया। इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप करके भीड़ को तितर-बितर किया। इस घटना ने पराग शाह को न केवल हीरो बना दिया बलिक उन्हें भाजपा का कद्दावर नेता भी घोषित कर दिया है।
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