साभार/ मुंबई। प्राइवेट ऐप बेस्ड कंपनियों की मनमानी से परेशान इनके कुछ ड्राइवरों ने कुछ समय पहले ऑफलाइन आंदोलन शुरू किया था। उन्हीं में से कुछ युवाओं ने नई कंपनी बनाकर मुंबई में ऐप बेस्ड कैब सर्विस का एक विकल्प दिया है। सह्याद्री स्मार्ट सेफ (एस-3) प्राइवेट लिमिटेड नाम की यह सर्विस शनिवार को शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि इससे 700 ड्राइवर जुड़े हैं।
प्राइवेट ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस और ड्राइवरों में मुनाफे के बंटवारे को लेकर नाराजगी थी। ड्राइवरों का कहना था कि जो वादे उनसे किए गए थे, उन्हें उतना मुनाफा नहीं मिलता है। बताया जा रहा है कि एस-3 सर्विस में कंपनी 1800 रुपये की कमाई तक ड्राइवरों से एक पैसा भी नहीं लेगी। उसके बाद 10 प्रतिशत हिस्सा कंपनी के खाते में जाएगा। ओला या उबर में मांग के हिसाब से किराया भी बढ़ता है, जबकि एस-3 में किराया हर समय एक जैसा ही रहेगा। बताया जा रहा है कि पिछले एक वर्ष से एस-3 कंपनी बनाने की तैयारी चल रही थी। इस कंपनी की सर्विस लेने के लिए मोबाइल से ऐप डाउनलोड किया जा सकता है, कॉल द्वारा भी इसकी बुकिंग संभव होगी।
एस-3 कैब सर्विस में यात्रियों के साथ ही चालकों की सुरक्षा का खयाल रखा गया है। यात्रा शुरू करने के साथ ही ड्राइवर के मोबाइल के फ्रंट कैमरा से पूरी यात्रा का रिकॉर्ड सर्वर में पहुंचेगा। किसी आपात स्थिति में जल्द ही मदद मिलेगी। पिछले वर्ष प्रफुल्ल शिंदे और राजेश कालदाते ने इस तरह की सर्विस लोगों के बीच लाने की योजना बनाई थी। आर्थिक अड़चनों के कारण इसमें थोड़ी देर हो गई। अब इन्हें भारत फ्रेट का साथ मिला है। इस सर्विस को 10 टैक्सी यूनियनों का समर्थन प्राप्त है।
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