मुंबई। नम्रता सेवा मंडल द्वारा आयोजित नवरात्रोत्सव में विदाई के अंतिम क्षणों तक श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। कुर्ला पूर्व नेहरूनगर स्थित विमुक्त शांति निकेतन में आयोजित उत्सव में 19 सितंबर को विधिवत रूप से आचार्य ने गुरूजी द्वारा देवी की स्थापना कराई गई। जबकि 1 अक्टूबर को विर्सजन के लिए हजारों की संख्या में विसर्जनकर्ताओं ने ढोल ताशे के साथ माता को विदाई दी।
नम्रता सेवा मंडल के अध्यक्ष योगेश लोखंडे ने बताया कि कुर्ला पूर्व के एस जी बर्वे मार्ग पर स्थित विमुक्त शांति निकेतन में पिछले 36 वर्षों से दशहरे के मौके पर देवी की प्रतिमा स्थापित की जाती है। इस बार हम लोगों ने 37वां नवरात्रोत्सव मनाया है। लोखंडे के अनुसार हमारे पूर्वजों ने इस परंपरा की शुरूआत की थी। जिसे अब भी हम लोगों ने बरकरार रखा है। मंडल द्वारा आयोजित नवरात्रोत्सव में माता के दर्शन के साथ साथ गरबा डांडिया प्रमियों की भीड़ लगती थी।
उन्होंने कहा की हर साल की तरह इस वर्ष भी मंडल द्वारा विधिवत रूप से मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना के बाद से श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता था। यहां हर शाम को आरती होती था व प्रसाद का वितरण किया जाता रहा है। इस मंडल के सचिव सचिन कांबले व खजांची ज्ञानजी पुरुषोत्तम कांबले हैं। देवी के विर्सजन के दिन कुर्ला का एस जी बर्वे मार्ग भक्तिमय हो गया। उन्होंने कहा की नवरात्रोत्सव के दौरान मंडल के सभी सदस्यों की अहम भूमिका निभाई।
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