मुंबई। लंबी कतारों में लग कर अब टिकट लेना पुरानी बात हो गई है। जिन मुंबईकर को एक मिनट का भी सब्र नहीं होता, उनके लिए यूटीएस मोबाइल ऐप ऑक्सीजन का काम कर रही है। रेल टिकट निकालने की तमाम सहूलियतों को मुट्ठी में कैद रखने वाली ये ऐप ‘मेरा मोबाइल, मेरा टिकट’ वाली फीलिंग दे रही है। इसी का नतीजा है कि पिछले दस महीनों में दस लाख से ज्यादा यूजर इस ऐप से जुड़े हैं। पश्चिम रेलवे के ऐक्टिव यूटीएस ऐप यूजर की संख्या अब 18,51,961 हो गई है।
मोबाइल टिकटिंग को लोकप्रिय बनाने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा दादर, बोरिवली और अंधेरी जैसे बड़े स्टेशन पर कैम्पेन चलाने के परिणाम नजर आने लगे हैं। एक साल पहले रोज़ाना औसतन 7 हजार टिकट मोबाइल ऐप के जरिए बिकते थे, उनकी बिक्री बढ़कर अब 25 हजार हो गई है। मुंबई डिविजन की वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक आरती सिंह परिहार के अनुसार, ‘मोबाइल टिकटिंग आसान तरीका है, इसलिए पॉप्युलर हो रहा है। हमारा पहला टार्गेट है जल्दी ही 30 हजार टिकटों की रोजाना बिक्री, उसके बाद 50 हजार। लोगों के रेस्पॉन्स से लग रहा है हम जल्दी ही ये माइल्स्टोन छू लेंगे।’
वैकल्पिक टिकटिंग यानी बिना कतार के टिकट खरीदने वाले तरीकों को बताने के लिए पश्चिम रेलवे ने अलग से जोन बनाए हैं। जनवरी 2019 में अंधेरी और बोरिवली स्टेशन पर जोन के कारण इन दोनों स्टेशन पर स्मार्ट कार्ड की रेकॉर्ड बिक्री हुई। अकेले अंधेरी में ही 8 हजार से ज्यादा कार्ड बिक गए।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र भाकर ने बताया, ‘हमने डी-लिंक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को डिजिटल लिटरेसी की जागरूकता फैलाने के लिए अप्रोच किया। इस कंपनी द्वारा चर्चगेट, प्रभादेवी, दादर, बांद्रा, अंधेरी, कांदीवली स्टेशन पर लगातार 3 महीनों तक हर वीकेंड में कैंपेन चलाया गया। उसके परिणाम अब नजर आ रहे हैं।’
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