मुंबई। बीते काफी समय से केंद्र सरकार और बीजेपी की खिलाफ मोर्चा खोलने वाली शिवसेना आगामी वक्त में पूरे देश में अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। अब तक महाराष्ट्र में सियासत करने वाली शिवसेना ने अब कुछ सहयोगी पार्टियों के साथ मिलकर यूपी में संगठन विस्तार पर काम करना शुरू किया है। माना जा रहा है कि शिवसेना जल्द ही इस संबंध में कोई बड़ा ऐलान भी कर सकती है।
जानकारी के मुताबिक, शिवसेना अब यूपी में भी अपने संगठन का विस्तार करने जा रही है। कहा जा रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह अकेले ही पूरे देश में चुनाव मैदान में उतरेगी। महाराष्ट्र के अलावा शिवसेना की तैयारी बिहार, यूपी और जम्मू में अपने प्रत्याशी उतारने की है। शिवसेना इसके लिए इन राज्यों में सहयोगियों की भी तलाश कर रही है।
खुद शिवसेना संसदीय दल के नेता संजय राउत ने खुलासा किया है कि यूपी में बीजेपी के सहयोगी दल ही उसके संपर्क में हैं। उनकी मदद से वह यूपी की 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। राउत ने साफ किया कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर से कई बार मीटिंग हो चुकी है। फाइनल बातचीत होनी बाकी है। राउत ने कहा, उद्वव ठाकरे की अयोध्या यात्रा को यूपी के हर हिस्से से लोगों का समर्थन मिला था।
बता दें कि लंबे वक्त से शिवसेना के नेता बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। पार्टी लगातार अपने मुखपत्र सामना की संपादकीय में भी बीजेपी पर निशाना साध रही है। इसके अलावा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे भी लंबे वक्त से पीएम मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेताओं की आलोचना कर रहे हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में आगामी वक्त में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले शिवसेना अपना रास्ता बीजेपी से अलग कर सकती है।
वहीं योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर भी काफी लंबे वक्त से अपनी ही सहयोगी बीजेपी के खिलाफ बयान दे रहे हैं। पिछले दिनों ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी और योगी सरकार की आलोचना करते समय बीएसपी सुप्रीमो मायावती की तारीफ की थी, उस वक्त यह माना जा रहा था कि राजभर जल्द ही महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं। लेकिन इन सब के बीच संजय राउत के बयान ने अब महाराष्ट्र के साथ उत्तर प्रदेश में भी राजनीति की नई बहस को जन्म दे दिया है।
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