शाहाजी नगर के लोगों की समस्याएं बढ़ी

कैसे गिरी शौचालय की दीवार?

मुंबई। रविवार की सुबह करीब 9 बजे वाशीनाका स्थित खड़ी मशीन के शाहाजी नगर में महिला शौचालय का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इस हादसे में एक महिला बाल-बाल बची, हालांकि दीवार के ढहने से महिलाओं के लिए बने 6 शौचालयों में से एक पूरी तरह तबाह हो गया। इस घटना की शिकायत समीक्षा वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने आरसीएफ पुलिस में दर्ज कराई है। उनका मानना है की डेवलपर्स की वजह से महिला शौचालय तबाह हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार वाशीनाका स्थित खड़ी मशीन की घनी आबादी वाले शाहाजी नगर में 14 सीटों का एक शौचालय है। इसे दो हिस्सों में बांटा गया है। इसमें 8 पुरूष तथा 7 सीटों का इस्तेमाल महिलाएं करती हैं। महिला शौचालय का एक हिस्सा रविवार की सुबह करीब 9 बजे ढह गया। ढहने के समय कुछ महिलाएं शौच के लिए कतार में थीं।

इनमें एक महिला उसी शौचालय से शौच कर बाहर निकली ही थी की अचानक दीवार ढह गया। इस हादसे में उक्त महिला बाल-बाल बची। इसकी जानकारी मिलते ही यहां के पूर्व कांग्रेसी नगरसेवक राजेंद्र माहूलकर घटना स्थल पर पहुंच कर स्थानीय लोगों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा की इसकी मरम्मति के लिए जो भी चाहिए मेरे पास से ले लो। माहुलकर के साथ वार्ड क्रमांक 155 के अध्यक्ष स्टीफन नाडार अलावा अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। वहीं समीक्षा वेलफेयर सोसायटी के लोगों ने इस मामले को हिलटन डेवलपर्स (हंसमुख बरवलिया) से जोड़ कर शिकायत दर्ज कराई है।

सोसायटी के अध्यक्ष रफीक सैय्यद, सचिव बबन सालवे और खजांची अमीन शेख का कहना है की बिल्डर के इशारे पर उनके लोगों ने इस शौचालय को नुकसान पहुंचाया है। इस सबंध में आरसीएफ पुलिस द्वारा बिल्डर के सुपरवाईजर को मामले की पुष्ठी के लिए तलब किया गया। लेकिन घंटो बीतने के बाद भी वह नहीं आया। इससे लोगों का शक और बढ़ गया है।

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय शिवसेना के नगरसेवक श्रीकांत शेट्टे भी पुलिस से मिलने के बाद घटना स्थल का जायजा लिया। रविवार होने के कारण कोई ढोस कदम नहीं उठाया जा सका, लेकिन शेट्टे ने अश्वासन दिया है कि सोमवार को यहां पोर्टेबल शौचालय की व्यवस्था कर दी जाएगी। बताया जाता है की करीब 200 सदस्यों वाले समीक्षा वेलफेयर सोसायटी में स्थित इस शौचालय को फिलहाल बंद कर दिया गया है।

क्योंकि महिलाओं के साइट का दीवार ढह चुका है। वहीं पुरूषो के साईड की दीवार भी खतरनाक स्थिति में है। ऐसे में सवाल उठता है कि नगरसेवक द्वारा मंगाया गया मोबाईल शौचालय समय पर नहीं आया तो यहां के लोग शौच के लिए कहां जाएंगे? इससे महिलाएं व स्कूली के अलावा नौकरी पेशा लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

उल्लेखनीय है कि इस परिसर में भूत बंगला नामक एक और शौचालय है। जिसकी दीवारों में दरार पड़े हैं वहीं फर्श का हाल बेहद खराब है। यह शौचालय भी गिरने के कगार पर है।

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