मुश्ताक खान /मुंबई। मुंबईकरों की सुविधा को देखते हुए कुर्ला पूर्व को पश्चिम से जोड़ने के लिए सबवे का निर्माण करीब एक दशक के जद्दो जेहद के बाद बन कर तैयार हुआ। करोड़ों की लगात से बना यह मार्ग अब रख-रखाव के अभाव में बदरंग और बदहाली के कगार पर है। सबवे के अंदर की सारी एग्जॉस्ट फैन बंद हैं वहीं दूसरी तरफ इसकी बीम और दीवारों का पीओपी झड़ने लगा है।
मिली जानकारी के मुताबिक कुर्ला पूर्व को पश्चिम से जोड़ने वाली भूयारी मार्ग (सबवे) का एग्जॉस्ट फैन लंबे समय से बंद है। जिसके कारण राहगीरों को काफी दिक्कतों का समना करना पड़ता है। करीब 7 करोड़ की लागत से बने कुर्ला सबवे की कुल लंबाई 12.990 मीटर, चौड़ाई 7.6 मीटर और ऊंचाई 2.60 मीटर है। इस मार्ग को पार करने में लोगों को 3 से 5 मिनट का समय लग जाता है। ऐसे में तपती धूप और गर्मी से बेहाल बुर्जुग, महिला, पुरूष व दमा के रोगियों सहित अन्य बीमार लोगों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बताया जाता है कि 25 अक्टूबर 2017 को इस मार्ग का उदघाटन शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे व महापौर विश्वनाथ म्हाडेश्वर के हाथों हुआ था। सबवे बनने व शुरू होने से पहले यहां पादचारी पुल भी है, जिसे कुछ माह पहले आम जनता के किये बंद कर दिया गया। बता दें कि जब तक पादचारी चालू था, लोग अपनी सहूलतों के अनुसार कोई सबवे तो कोई पादचारी पुल से कुर्ला पूर्व से पश्चिम या पश्चि से पूर्व आते -जाते थे। लेकिन अब किसी को भी आने -जाने के लिए एक मात्र सबवे ही रास्ता है।
जो कि बुर्जुगों व बीमार लोगों के लिए बेहद खतरनाक साबित होने लगा है। मौजूदा रमजान शरीफ के दौरान कुर्ला पूर्व व आस पास के लोग शॉपिंग आदि के लिए इसी सबवे से होकर आते जाते हैं। यहां आते जाते कई लोगों से बात करने पर पता चला कि इस सबवे में घुसने के बाद घुटन सी महसूस होने लगती है। इस मुद्दे पर स्थानीय नगरसेवक अशरफ आजमी और मनपा एल वार्ड के सहायक आयुक्त मनीष वालंज से संपर्क करने की कोशिश की गई।
लेकिन नगरसेवक ने फोन नहीं उठाया और वालंज का फोन बंद था। इस मुद्दे पर स्थानीय समाजसेवक भास्कर म्हात्रे, अब्दुल कादर शेख (डैनी), असलम शेख के अलावा अन्य कई लोगों ने बताया कि बारिश के दौरान इस सबवे में पानी भर जाता है। उल्लेखनीय है कि इस सबवे को मध्य रेलवे द्वारा बनाया गया है। जबकि मनपा ने सिर्फ पश्चिमी छोर का अप्रोच रोड का काम किया है।
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