कुर्ला में चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार

एक हवालदार ने किया कमाल

मुंबई। कुर्ला पूर्व स्टेशन की तंग सड़कों का बुरा हाल है, ट्रैफिक पुलिस के अभाव में यहां की यातायात व्यवस्था चरमरा गई थी। कुर्ला पूर्व से बस, ऑटो रिक्शा या टैक्सी पकड़ने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ता था। लेकिन इस सप्ताह अनोखा नजारा देखा गया, सुमननगर ट्रैफिक पुलिस के जवान ने चरमराई व्यवस्था को सुधारने में बड़ी सफलता पाई है। पी ए मोहिते नामक ट्रैफिक पुलिस हवलदार ने अकेले ही बेस्ट की बसें, ऑटो रिक्शा और टैक्सी वालों सहित अन्य वाहनों को सिस्टम से चलने पर मजबूर कर दिया है।

गौरतलब है कि कुर्ला पूर्व का रेलवे स्टेशन सुमननगर ट्रैफिक पुलिस की हद में है। हाल ही में सुमननगर ट्रैफिक पुलिस की कमान बालकृष्ण माने ने संभाली है। उनके आने के बाद ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम में काफी बदलाव देखा जा रहा है। जबकि वर्षो से कुर्ला पूर्व स्टेशन परिसर की तंग सड़कों पर बेस्ट की बसों सहित ऑटो रिक्शा, टैक्सी वाले व अन्य मनमाने तरीके से वाहन चलाते थे। लेकिन माने के आने से यहां के हालात में काफी बदलाव आने लगा है। सुमन नगर ट्रैफिक पुलिस के सीनियर ऑफिसर बालकृष्ण माने यहां से पहले साकीनाका ट्रैफिक पुलिस में थे। बताया जाता है कि माने ने साकीनाका का अनुभव सुमननगर में प्रयोग कर रहे हैं। इसके तहत उन्होंने मोहिते को कुर्ला पूर्व रेलवे स्टेशन परिसर में रखा है।

उल्लेखनीय है कि महानगर मुंबई के उपनगरीय व्यस्त रेलवे स्टेशनों में कुर्ला का समावेश है। यहां से हार्बर और सेंट्रल रेलवे की लाइनें एक दूसरे से जुदा होती हैं। वहीं मुंबई से उत्तर भारत व देश के अन्य राज्यों में जाने वाली मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें भी कुर्ला से ही होकर गुजरती हैं। जिसके कारण यहां हमेशा भीड़-भाड़ रहता है। इसका असर रेलवे स्टेशन के पूर्वी व पश्चिमी इलाकों में सहज ही देखा जा सकता है। कुर्ला पूर्व रेलवे स्टेशन परिसर की तंग सड़कों के एक तरफ बेस्ट बस का डिपो है वहीं दूसरी तरफ टैक्सी स्टैंड व मुख्य मार्ग पर ऑटो रिक्शा स्टैंड बन गया है। बताया जाता है कि मानसून के दौरान यहां की तंग सड़कों पर पानी भर जाता है। इसके अलावा इस सड़क के दोनों किनारों पर बारिश का गंदा पानी गड्ढों में भरने के कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

इससे लोगों के कपड़े भी खराब होते हैं। आंकड़ों के मुताबिक कुर्ला रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन करीब ढाई से तीन लाख यात्री सफर करते हैं। वहीं लोकमान्य तिलक टर्मिनल से करीब 80 हजार से एक लाख लोग हर दिन सफर करते हैं। कुर्ला रेलवे स्टेशन पर स्कूल, कॉलेज व दफ्तर आने व जाने के दौरान अधिक भीड़ होती है। उल्लेखनीय है कि रेल यात्रियों को अपने घर या कॉलोनी से कुर्ला स्टेशन आने के लिए बेस्ट की बसें, टैक्सी, आटो रिक्शा, निजी वाहन या मोटरसायकल आदि का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे समय में स्टेशन परिसर पर अवसर ट्रैफिक जाम हो जाता है। जिसे पिछले एक सप्ताह से महज ट्रैफिक पुलिस के एक हवलदार ने संभाल रखा है। मौजूदा ट्रैफिक पुलिस व्यवस्था की सराहना स्थानीय समाजसेवक व अमरदीप गणेशोत्सव मंडल के अध्यक्ष भास्कर म्हात्रे, मंडल के अब्दुल कादर शेख उर्फ़ दैनी आदि गणमान्यों ने की है।

 


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