संवाददाता/ मुंबई। शुक्रवार की शाम वाशीनाका (Vashinaka) स्थित मुकुंदनगर (Mukund Nagar) में बिल्डिंग नंबर 18 और 19 के रहिवासियों द्वारा आम लोगों के लिए इज्तेमा का आयोजन किया गया। इस इज्तेमा में मौलाना इलियास अशरफी, हजरत कारी सनाउल्लाह और मौलाना नसरुद्दीन ने इस्लाम की बारिकियों से लोगों को रू-ब-रू कराया। इस अवसर पर उन्होंने गणतंत्र दिवस के महापर्व में लोगों को शामिल होने की बात भी कही।
मिली जानकारी के अनुसार हाल ही में भायखला के परियोजना प्रभावितों को वाशीनाका स्थित मुकुंदनगर में शिफ्ट कराया गया है। यहां आने के बाद मुकुंदनगर बिल्डिंग नंबर 18 और 19 के लोगों ने पहली बार इज्तेमा का आयोजन किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला- पुरूष व बच्चे आदि मौजूद थे।
यहां मौलाना ने सभी को रोजा, नमाज पढ़ने की ताकीद की। दरअसल इज्तेमा मुसलमानों को अपनी बेसिक शिक्षाओं की तरफ लौटने की दावत देता है। यहां मौलाना ने कहा की दुनिया को बदलने से पहले खुद को बदलिए। खुद को बेहतर बनाइए, दुनिया खुद ब खुद बेहतर हो जाएगी।
कुल मिलाकर इस्लाम की बुनियादी शिक्षाओं पर टीकी है। उन्होंने रोज़े, नमाज़ की अहमियत समझाई जाती है। इस मौके पर मौलाना को शाल ओढाकर नवाजा गया। इज्तेमा को सफल बनाने में इसराईल अंसारी, शम्सू अंसारी, मोहर्रम अली, गुलाब अंसारी, जमाल अंसारी और मुतर्जा आदि लोगों ने अहम भूमिका निभाई।
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