साभार/ मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने 7,300 करोड़ रुपए की लागत से बिजली के खंभों, तारों और अन्य प्रणालियों की मरम्मत करने की एक योजना तैयार की है। ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि बिजली के खंभों, तारों और अन्य प्रणालियों के रखरखाव का कार्य पिछले 30 वर्षों से नहीं किया गया है।
शुक्रवार को नागपुर विधानसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘विभाग ने 21,000 ऐसे स्थानों का चयन किया है जहां दुर्घटना होने की संभावना अधिक है। जानमाल के किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए यहां तत्काल मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा।’
सरकार के पुनर्वास विभाग के तहत बिजली संबंधित किसी भी दुर्घटना के पीड़ित के परिवार को चार लाख रुपए बतौर मुआवजा दिया जाएगा और घायलों के इलाज का पूरा खर्चा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘ग्रामीण इलाकों में होने वाली घटनाओं में मुआवजा पाने के लिए ग्रामीण अस्पताल के प्रमुख के हस्ताक्षर पर्याप्त होंगे।’
मंत्री ने कहा कि राहत राशि का चेक सात महीने के भीतर पीड़ित के परिवार को दिया जाएगा। वहीं घायलों को तीन महीने के भीतर राहत राशि दी जाएगी। बावनकुले ने कहा कि विभागीय निदेशकों को स्थानीय स्तर के मामलों से निपटने के लिए अधिकृत किया गया है। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि राज्य में 14,400 मेगावाट बिजली की मांग है और मांग के अनुसार आपूर्ति की जा रही है।
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