साभार/ मुंबई। पंजाब और महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) घोटाला झेल रही है। अब राज्य सरकार में मंत्री जयंत पाटिल ने कहा है कि सरकार ने पीएमसी बैंक (PMC Bank) का महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक (एमएससी) में विलय करने का सुझाव दिया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल ने कहा कि इसका मकसद पीएमसी के पीड़ित डिपॉजिटर्स को राहत देना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दोनों बैंक के विलय के लिए महाराष्ट्र सरकार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) से भी बात करेगी।
जयंत पाटिल ने आगे कहा, ‘मैंने मंगलवार को एमएससी बैंक के चेयरमैन से बात की थी। हमने दोनों बैंकों को मर्ज करने की बात कही है, जिससे गरीब जमाकर्ताओं को राहत दी जा सके।’ बता दें कि 4,355 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आने के बाद आरबीआई ने पीएमसी बैंक पर रोक लगा दी थी। इस कथित घोटाले के बाद लोग घबराकर पैसे निकालने लगे थे, जिसके बाद बैंक ने प्रति ग्राहक पैसे निकालने की सीमा एक हजार रुपये कर दी थी। हालांकि, बाद में आश्चर्यजनक तरीके से इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया।
आपको बता दें कि इस बैंक में पैसा जमा करने वाले आठ ग्राहकों की एक महीने के अंदर मौत हो चुकी है, जिसमें से दो ने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में जयंत पाटिल ने कहा, ‘हम लोगों को भरोसा दिलाना चाहते हैं कि सरकार उनके साथ है। दोनों बैंको के विलय से छोटे जमाकर्ताओं को जरूर फायदा होगा।’ पाटिल ने आगे कहा कि एमएससी बैंकी की स्थिति ठीक है और विलय से कोई समस्या नहीं होगी।
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