मुश्ताक खान/ मुंबई। ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (EID-Milad-Un-Nabi) के मौके पर चेंबूर के मदरसा गुलशन-ए-रजा की तरफ से भव्य कार्यक्रम किया गया। इस मौके पर फज़्र की नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद (स. अ) की जानिब से तफसील बयान हुआ। इसके बाद बड़ी संख्या में जुलुस की शवल में बच्चे बूढ़े और नवजवानों ने कोकणनगर, साठेनगर, विजयनगर आदि का दौरा किया। इसके अलावा यहां के लोगों दूसरे जुलुस में शामिल लोगों को शीर खुरमा पेश किया। आज रात ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के मौके पर लंगर का आयोजन भी किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक चेंबूर के आरसी मार्ग (Chembur R.C.Marg) पर स्थित मदरसा गुलशन-ए-रजा के मौलाना मोहम्मद इम्तेयाज़ ने अपने बयान में बताया की पैगंबर मोहम्मद (स़. अ) की पैदाइश के दिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाया जाता है। उनकी पैदाईश इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे माह,रबी-अल-अव्वल की 12वें दिन मक्का में हुआ। हजरत मोहम्मद (स़. अ) इस्लाम के आखिरी पैगंबर थे। उनके वालिद का नाम अब्दुल्लाह और वालिदा का नाम बीबी आमिना था। इस्लाम की जानिब से 610वीं हिजरी में मक्का के पास गारे हीरा नाम की एक गुफा में उनपे वही नाजिल हुई थी।
आज के दिन इस्लाम के मानने वाले दरगाह या मक्का-मदीना जाकर इबादत करते हैं। ईद-मिलाद-उन-नबी को हजरत मोहम्मद (स़. अ) की आमद (पैदाईश) की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन नमाज, दुआ के साथ जुलुस भी निकाले जाते हैं। मदरसा गुलशन-ए-रजा के काफिले में बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की। शीर-खुर्मा के दौरान स्थानीय सांसद राहुल शेवाले (Rahul Shewale), इरफान सिद्दीकी, मोहम्मद अब्दुल रहमान आदि गणमान्य मौजूद थे।
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