मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सरकारी क्षेत्र की कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर लीजिंग ऐंड फाइनैंसियल सर्विसेज (आईएल ऐंड एफएस) द्वारा मुंबई की कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी को दिए 860 करोड़ रुपये के लोन और इन्वेस्टमेंट की जांच में लगी है। इस मामले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना नेता मनोहर जोशी के बेटे उन्मेष जोशी को ईडी ने नोटिस जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि एमएनएस प्रमुख से 22 अगस्त को जांच अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना के नेता मनोहर जोशी के पुत्र उन्मेष जोशी को भी इसी मामले की जांच के सिलसिले में बुलाया गया है। अधिकारियों के अनुसार, जोशी सोमवार को या मंगलवार को अधिकारियों के समक्ष पेश हो सकते हैं। जांच एजेंसी कोहिनूर सीटीएनएल कंपनी में आईएलएंडएफएस समूह की ऋण शेयरधारिता निवेश संबंधी एक मामले में ठाकरे की कथित संलिप्तता की जांच कर रही है।
इस कंपनी के प्रमोटर जोशी हैं। एक कंसोर्टियम बनाने के बाद ठाकरे और जोशी ने कुछ संपत्तियों के लिए संयुक्त रूप से बोली लगाई थी लेकिन बाद में राज ठाकरे अलग हो गए। समझा जाता है कि प्रवर्तन निदेशालय पूरे लेनदेन की जांच करना चाहता है इसलिए ठाकरे एवं जोशी को तलब किया गया है। पिछले सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में एक आरोपपत्र भी दाखिल किया था।
राज ठाकरे को ईडी का समन मिलने के बाद पार्टी की ओर से बयान जारी करके इसे बीजेपी की साजिश बताया गया। एमएनएस के पदाधिकारी संदीप देशपांडे ने कहा कि राज ठाकरे पर सिर्फ दबाव बनाने के लिए यह नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि ईडी ने पिछले 5-6 वर्षों में एक भी बीजेपी नेता के खिलाफ जांच क्यों नहीं की। उन्होंने कहा कि हम इस हिटलरशाही के खिलाफ अपनी जंग जारी रखेंगे।
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