मुंबई। दिवाली के दौरान दीयों और पटाखों के कारण दर्जनों लोग झुलस गए। अधिकतर लोगों को अस्पताल से ओपीडी आधारित उपचार देकर छुट्टी दे दी गई जबकि कुछ लोगों का उपचार जारी है। डॉक्टरों के अनुसार पिछले साल की अपेक्षा इस साल पटाखों के कारण जलने के मामले बेहद कम रहे।
सूत्रों की मानें तो महानगर के किसी भी बड़े अस्पताल में गंभीर रूप से झुलसे मरीजों की संख्या लगभग न के बराबर रही। पिछले साल आग से झुलसे 14 लोगों को केईएम अस्पताल लाया गया था जिनमें तीन भर्ती किए गए थे। इस साल खबर लिखे जाने तक 6-7 मरीजों को अस्पताल लाया गया जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
बीएमसी के प्रमुख अस्पतालों के निदेशक डॉ अविनाश सुपे के मुताबिक पिछले साल की अपेक्षा दिवाली के दौरान झुलसने वालों की संख्या में 50 प्रतिशत की कमी आई है। इसी तरह ऐरोली स्थित नैशनल बर्न सेंटर में भी पिछले साल की तुलना में इस साल कम मरीज आए। अस्पताल प्रमुख डॉ.एस.एम केसवानी के मुताबिक शनिवार दोपहर तक 7 लोगों को अस्पताल लाया गया। इनमें 5 को ओपीडी आधारित उपचार देकर छोड़ दिया गया जबकि दो का इलाज जारी है।
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