मुंबई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एमएमआर रीजन में रहने वालों लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। बांद्रा से वर्सोवा सी लिंक मार्ग, सायन-पनवेल महामार्ग पर ठाणे खाड़ी पर वाशी में तीसरे पुल के निर्माण कार्य और पुणे-मुंबई एक्सप्रेस हाइवे की नई मिसिंग लिंक के निर्माण का कार्य एक महीने में शुरू होगा।
बुधवार को मंत्रिमंडल की बुनियादी सुविधा समिति की बैठक में इन परियोजनाओं का काम जल्द शुरू करने की अनुमति दी गयी। सीएम ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से यातायात की सुविधा में काफी सुधार होगा। जहां इससे लोगों का समय बचेगा, वहीं ईंधन की भी बचत होगी। साथ ही लोकल ट्रेन पर भार कम होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मुंबई व आसपास के क्षेत्रों में 118 से अधिक लंबा मेट्रो का जाल बिछा रही है।
कोस्टल रोड, मोनो रेल, शिवड़ी-न्हावा सेवा लिंक मार्ग, रो-रो सेवा पर काम चल रहा है। बांद्रा से वर्सोवा सी लिंक, बांद्रा- वरली सी लिंक से तीन गुना अधिक लंबा होगा। इस नए सी लिंक के बन जाने से पश्चिम एक्सप्रेस वे को जोड़ने वाली यातायात व्यवस्था तैयार की जाएगी। साथ ही बांद्रा बस डिपो को जोड़ने वाला नया रास्ता पश्चिम एक्सप्रेस वे (विलेपार्ले जंक्शन) वर्सोवा नाना नानी पार्क तक सी लिंक को जोड़कर रास्ता विकसित किया जाएगा।
ठाणे खाड़ी पर वाशी में तीसरे पुल के निर्माण कार्य को भी बैठक में मंजूरी प्रदान की गई. इस पुल पर कुल 10 लेन बनाई जाएगी। एक अनुमान के मुताबिक पुल को बनाने के लिए लगभग 775 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। वर्ष 2021 तक पुल तैयार हो जाएगा। इस परियोजना में वाशी टोलनाके का विस्तारीकरण कर यातायात सुधारा जाएगा।
खोपोली से खंडाला के बीच के घाट की लंबाई में नए मिसिंग लिंक का निर्माण किया जाएगा। सरकार ने खालापुर टोल नाके से कुसगांव तक निकलने वाले दो चरणों में बनाए जाने वाले टनेल और उन्हें जोड़ने वाले आधुनिक पुलों के निर्माण कार्य को मंजूरी दी। यहां दो टनेल की कुल लंबाई 11 किमी है। दो पहाड़ों के बीच के पुलों की लंबाई दो किलोमीटर है। यह देश का सबसे लंबा 650 मीटर का केबल स्टेड पुल होगा।
557 total views, 1 views today