मुंबई। सूखे कचरे को बेच कर आमदनी की सलाह देने वाली मनपा सूखे कचरे के निस्तारण पर साल में 5.5 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। शहर के सभी 24 प्रशासनिक वार्डों में सूखा कचरा संकलन केंद्र बनाया गया है जहां से कचरा उठाने के लिए ठेकेदार नियुक्त किया जा रहा है।
मुंबई मनपा क्षेत्र में हर रोज निकलने वाले सूखे कचरे को उठाने के लिए मनपा निजी ठेकेदारों की नियुक्ति कर रही है। ठेकेदारों की नियुक्ति एक साल के लिए की जाएगी। मनपा के सभी 24 वार्डों में उत्पन्न होने वाले घनकचरा का वर्गीकरण कर उसके निस्तारण के लिए 37 केंद्र बनाये गए हैं। जहां से सूखे कचरे का निस्तारण किया जाएगा। सूखा कचरे को ले जाने के लिए मनपा किराए पर निजी टैंपो ले रही है।
मनपा से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी 7 परिमंडलों के लिए 7 ठेकेदार नियुक्त किये जाने हैं। ठेकेदारों को 5 करोड़ 27 लाख रुपए का भुगतान किया जाना अपेक्षित है। निजी टैंपो से 37 केंद्रों पर लाया जाने वाले कचरे (भंगार) के खरीददार सूखा कचरा केंद्र पर ही मिल जाएंगे। आमदनी की बजाय सूखे कचरे का निस्तारण के लिए ठेकेदार नियुक्त करने के निर्णय को लेकर चर्चा शुरू है।
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