संवाददाता/ मुंबई। मनपा एम पश्चिम मेंटेनेंस विभाग द्वारा भारी पुलिस बंदोबस्त के बीच जीजामाता नगर (Jijamata Nagar) में अवैध रूप से बने 21 झोपड़ों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई वार्ड ऑफिसर डॉ. पृथ्वीराज चव्हाण के आदेश पर जूनियर इंजीनियर विकास धोंढ ने की। तोड़क कार्रवाई के दौरान झोपड़ाधारकों ने अपने झोपड़ों को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन आरसीएफ पुलिस के जवानों ने लोगों की एक न सुनी।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर मनपा परिमंडल 5 एम पश्चिम के मेंटेनेंस विभाग द्वारा फ्री वे (Eastern Free way) से सटे वाशीनाका (Vashinaka) स्थित जीजामाता नगर में एक के बाद एक अवैध झोपड़ों का बनना जारी था। बताया जाता है की यहां एक महिला मिट्टी माफिया द्वारा करीब 10 से 12 रूम बनाकर किराये पर दिया गया था। रानी नामक मिट्टी माफिया पर आरसीएफ पुलिस (RCF Police) में करीब 19 मामले दर्ज है।
दरअसल रानी, मनपा व सरकार की खाली जमीनों को हड़पने में माहिर है। इससे पहले भी उसने चेंबूर परिसर के विभिन्न स्थानों पर मनपा, कलेक्टर व अन्य सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर बेचती रहती है।
इससे पहले शिवसेना के चेंबूर विधायक प्रकाश फातर्पेकर (Prakash Phaterpekar, MLA) की शिकायत पर उप जिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए एक डंपर और मिट्टी काटने वाली पोकलेन मशीन को जब्त किया था। इसके बावजूद अपने आकाओं के सहयोग से रानी का जमीन हड़पने, खाली स्थानों पर मिट्टी की भरनी कराने का सिलसिला जारी है। सूत्रों की माने तो मनपा की तोड़क कार्रवाई के बाद फिर से झोपड़ों को बनाने का काम शुरू हो गया है।
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