मुंबई। पिछले कुछ दिनों से मुंबई में खून की कमी के कारण उपजी समस्या से मरीज परेशान हैं। आलम यह है कि सर्जरी का तय समय आगे बढ़ाना पड़ रहा है। केईएम अस्पताल में अपने परिजन का इलाज करा रहे राजू सिंह ने कहा कि अस्पताल के रक्त बैंक में खून की कमी के कारण उनके रिश्तेदार की सर्जरी नहीं हो रही है। रक्त बैंक और अस्पताल द्वारा हमें खुद से खून का इंतजाम करने के लिए कहा गया है।
खून की कमी का हाल मुंबई के सभी अस्पतालों में लगभग यही है। नतीजतन अस्पताल और परिजन दोनों को मरीज को लगने वाले खून के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। प्रशासन के अनुसार, अक्टूबर महीने में लंबी छुट्टियों के कारण रक्त बैंकों में खून की कमी बनी हुई है। समस्या को सुलझाने के लिए रक्त बैंकों को रक्तदान शिविर आयोजन करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने ऐच्छिक रक्तदाताओं से रक्तदान करने की अपील भी की है।
विशेषज्ञों के अनुसार, दिवाली की छुट्टी के समय स्कूल, कॉलेज, कंपनियां इत्यादि बंद रहती हैं, जिससे रक्तदाता नहीं मिलते। यह समस्या हर साल होती है। ऐसे में, रक्त बैंकों को पहले से ही सतर्क रहने के निर्देश दिए गए थे। रक्त के लिए काम करने वाली संस्थाओं और स्टेट रक्त ट्रांफ्यूजन काउंसिल (एसबीटीसी) के अनुसार, तैयारियों के बाद भी इस बार शिविर में रक्तदाताओं की कमी रही। जिसके कारण अचानक से समस्या बढ़ गई।
बता दें, मुंबई में हर साल 3 लाख यूनिट खून की जरूरत पड़ती है। महीने की बात करें, तो तकरीबन 25 हजार यूनिट की जरूरत होती है। इसके लिए मुंबई के सभी 59 ब्लड बैंकों को जरूरत के अनुसार रक्तदान शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया गया है। अचानक आई समस्या को जल्द से जल्द सुलझाने के लिए सभी ब्लड बैंकों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। शुक्रवार से स्थिति सुधरनी शुरू हो गई है। गुरुवार को मुंबई में ब्लड बैंकों में कुल जाम खून 1700 यूनिट रहा , जो शुक्रवार 2100 यूनिट हो गया। हालांकि, ब्लड ग्रुप के अनुसार देना होता है इसलिए स्टॉक होने के बावजूद भी दिक्क्त हो रही है।
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