हो सकती है चौथे की जीत
संवाददाता/ मुंबई। राज्य के 14वें विधानसभा चुनाव में चांदीवली विधानसभा (Chandivali Vidhansabha) क्षेत्र 168 से कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में डंटे हैं। आज 19 अक्टूबर की शाम प्रचार- प्रसार खत्म हुआ, अब 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 को परिणाम घोषित किये जाएंगे। प्रचार- प्रसार खत्म होने के बाद भी चांदीवली विधानसभा क्षेत्र में सियासी पारा उफान पर है। यहां त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना जताई जा रही है। इस मुकाबले में कांग्रेस के आरिफ मोहम्मद नसीम खान, शिवसेना -भाजपा युति से दिलीप भाउसाहेब लांडे और बहुजन विकास आघाड़ी से अब्दुल हसन खान आमने सामने है। इसके अलावा अन्य उम्मीदवार भी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं।
गौरतलब है की फिलहाल चांदीवली विधानसभा क्षेत्र से कुल 15 उम्मीदवार चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। इनमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस- राकांपा व समविचारी दल के आरिफ मोहम्मद नसीम खान (Arif Mohammad Nasim Khan) यहां से चार बार विधायक रह चुके हैं। बताया जाता है की वर्ष 2014 में मोदी लहर के दौरान भी यहां की जनता ने खान को अपनी पहली पसंद माना था। लेकिन इस बार समीकरण कुछ बदला हुआ देखा जा रहा है। चूंकि भाजपा युति से दिलीप भाउसाहेब लांडे (Dilip Bhausaheb Lande) और बहुजन विकास आघाड़ी से अबुल हसन खान (Abul HasanKhan) आमने-सामने है। वहीं भाजपा- शिवसेना युति के उम्मीदवार दिलीप लांडे पांच बार मनपा के एल वार्ड से नगरसेवक रहे हैं। इस दौरान वे कई बार प्रभाग समिति अध्यक्ष भी रहे हैं।
बहरहाल चांदीवली विधानसभा के मौजूदा कांग्रेसी विधायक आरिफ मो. नसीम खान अपनी जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त हैं। स्थानीय लोगों का कहना है की यहां उनके वोट फिक्स हैं। जबकि दूसरे दलों का कार्यकर्ताओं में चुनाव के दौरान अक्सर फूट पड़ जाती है। इन सबके बाद भी खान ने धुआंधार प्रचार अभियान जारी है। खान अपने दो दशकों के कार्यकाल को गिना रहे हैं, उनका कहना है की इस विधानसभा क्षेत्र के हर गली – मुहल्ले को मैंने विकसित करने की कोशिश की है। घनी आबादी वाले चांदीवली विधानसभा क्षेत्र के लंबित कार्यों को भी पूरा किया है। उन्होंने कहा की हाल के दिनों में जिन कार्यों का उदघाटन या शिलान्यास किया गया है। उसे चुनाव के बाद पूरा किया जाएगा।
वहीं चांदीवली विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले पूर्व नगरसेवक दिलीप भाउसाहेब लांडे का कहना है की मैं खुद की तारीफ नहीं करना चाहता। मैं नगरसेवक रहते हुए विधायक की भूमिका निभाई है मेरे कार्यों की गवाह यहां की जनता है। उन्होंने कहा की मैं अपने कार्यकाल के दौरान कई बार प्रभाग समिति का अध्यक्ष भी बना उन दिनों मैंने इस विधानसभा की कुल 9 वार्डों के मूल स्समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की। दिलीप लांडे (मामा) ने कहा की एक समस्या हो तो सुलझाया जा सकता है,यहां तो समस्याओं के कतार लगे हैं। उन्होंने खुलेआम यह कहा की मैं नगरसेवक रहते हुए,विधायक की भूमिका निभाई है। इसलिए हमें पूरा विश्वास है की यहां के मतदाता हमें जीताकर अपनी सेवा का मौका जरूर देंगे।
वहीं वंचित बहुजन आघाड़ी से पहली बार विधानसभा चुनाव में उतरे समाजसेवक अबुल हसन खान ने यहां के मतदाताओं से अव्हान किया है की सभी वर्ग, समाज, जाति, धर्म, संप्रदाय और पार्टी से उठकर हमें भी एक मौका दीजिए। उन्होंने कहा की सबको देखा बार-बार हमें भी देखो एक बार! शिक्षा जगत से जुड़े अबुल हसन खान ने कहा की मुझे किसी से बैर नहीं है। लेकिन क्षेत्र के विकास के प्रति मैं काफी गंभीर हूं। अगर यहां की जनता ने मुझे एक अवसर दिया तो अपनी पार्टी के सहयोग से इस क्षेत्र को शिक्षा हब बनाने का माद्दा रखता हूं। इसके अलावा क्षेत्र में पानी, रोड़, गटर आदि समस्याओं का निदान कराउंगा। उन्होंने आम आदमी की समस्याओं को लेकर वंचित बहुजन आघाड़ी के मैदान में आने से कई दलों के दिग्गजों का गणित बिगड़ गया है।
हम वंचितों को हक दिलाने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं। इनमें मुंबई के मूल निवासियों का ज्वलंत मुद्दा भी शामिल है। चांदीवली विधानसभा क्षेत्र में अब यह देखना दिलचस्प होगा के त्रिकोणीय मुकाबले में किसकी जीत होती है। चांदीवली विधानसभा क्षेत्र 168 में कुल 3,79,297 मतदाता हैं। इनमें पुरूषों की संख्या 2 लाख, 18 हजार, 227 और महिलाओं की संख्या 1 लाख, 61 हजार, 482 के करीब है। इस विधानसभा क्षेत्र में मनपा के कुल 9 वार्ड आते हैं। यहां 30 फीसदी मराठी, 24 फीसदी उत्तर भारतीय, 29 फीसदी मुस्लिम, 6 फीसदी क्रिश्चन और 2 फीसदी गुजराती आदि मतदाता हैं। इससे माना जा रहा है की 30, 24 या 29 फीसदी वाले मतदाताओं का झुकाव जिस ओर गया वही जीतेगा। यहां निर्णायक की भूमिका में तीनों हैं।
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