571 छात्र स्नातकोत्तर डिप्लोमा से सम्मानित
मुश्ताक खान/ मुंबई। ओरियंटल एजुकेशन सोसायटी (ओईएस) द्वारा 7वां दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन नवी मुंबई के सिडको कंवेंशन ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। इस अवसर पर डॉ. भालचंद्र मुंगिकर, नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय कुमार के हाथों 571 छात्रों को स्नातकोत्तर डिप्लोमा से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. हैदर एकरार व संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर जावेद खान और एमडी वसीम जावेद खान के अलावा कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर, छात्रों के अभिभावक व अन्य गणमान्य मौजूद थे।
मिली जानकारी के अनुसार ओईएस (Oriental Education Society) के दीक्षांत समारोह का उदघाटन डॉ. भालचंद्र मुंगिकर, नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय कुमार, संस्थापक अध्यक्ष प्रोफेसर जावेद खान ने दीप प्रज्जवलित कर किया। नवी मुंबई (Navi Mumbai) के वाशी स्टेशन स्थित सिडको कंवेंशन ऑडिटोरियम (Sidco Convention Auditorium) में संपन्न हुए दीक्षांत समारोह में ओईएस की विभिन्न इकाईयों के 571 छात्र स्नातकोत्तर डिप्लोमा से सम्मानित किया गया।
चुनौतियों का सामना करें छात्र- डॉ. भालचंद्र मुंगेकर
इस समारोह में पूर्व सांसद (राज्य सभा सदस्य) व मुंबई युनिर्वसिटी (Mumbai University) के पूर्व वाईस चांसलर डॉ. भालचंद्र मुंगेकर ने कहा की स्नातकोत्तर डिप्लोमा मिलना नाकाफी है। इसके लिए छात्रों को और कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा की मौजूदा समय में रोजगार की समस्याएं दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। हालांकि इससे निपटने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों ने विभिन्न बिंदुओं पर काम करना शुरू किया है ,जो की नाकाफी है। उन्होंने सरकार का कार्यों पर भी सवाल खड़े किये! डॉ. मुंगेकर ने डिप्लोमा हासिल करने वाले सभी छात्रों को बधाई देते हुए, उन्हें समय के साथ समझौता करने व रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं नवी मुंबई के पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने डिप्लोमा हासिल करने वालों के साथ साथ उनके अभिभावकों को बधाई दी। सीपी संजय कुमार ने कहा की इस डिग्री के अलावा छात्रों को स्वयं रोजगार पर अधिक ध्यान देना चाहिए। ताकि भविष्य में अपने साथ और बेरोजगार युवकों को जोड़ा जा सके।
छात्रों का होता है शतप्रतिशत प्लेसमेंट – वसीम खान
वहीं ओईएस के जेनरल सेक्रेटरी वसीम जावेद खान ने स्नातकोत्तर डिप्लोमा हासिल करने वालों के साथ-साथ दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले छात्रों, प्रमुख अतिथियों व अभिभावकों अभिवादन करते किया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की हमारे 5 कैंपसों में 13 शाखाएं संचालित हैं। इनमें अधिक से अधिक डिप्लोमा और डिग्री के छात्रों को कहीं न कहीं प्लेसमेंट मिल ही जाती है। उन्होंने कहा की ओईएस प्रोफेशनल कोर्स के लगभग 90 से 95 प्रतिशत छात्रों को हमारे यहां से प्लेसमेंट कराई जाती है। जबकि नॉन प्रोफेशनल होल्डर छात्रों का प्रतिशत इससे कम है। ऐसे जॉब की तलाश करने वाले ओईएस के छात्रों को हमरी तरफ से पूरी मदद की जाती है।
अब दिखा रहा है मेहनत का फल- प्रो जावेद खान
जबकि ओईएस के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व हाउसिंग मिनिस्टर व सिडको के चेयरमैन प्रोफेसर जावेद खान ने कहा की ओईएस की स्थापना 1992 में काफी मशक्कत के बाद हुई थी। समय के साथ -साथ हमने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और विकास किया। इसका परिणाम अब देखने को मिल रहा है। उन्होंने दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले छात्रों व उनके अभिभावकों को बधाई दी। खान ने कहा आने वाले समय में देश के विकास में इन छात्रों का बड़ा योगदान होगा। चूंकि इन छात्रों में शिक्षा व कौशल के प्रति काफी लगन है। मैं सभी छात्रों की उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हुं। उन्होंने छात्रों के अभिभावकों से रूबरू होते हुए कहा की आप सभी के बच्चे होनहार हैं। इन्हें प्रोत्साहित करें ताकी ये अपने साथ-साथ देश के विकास में अपनी भागीदारी को निभा सकें।
उन्होंने फिर से अतिथियों सहित अभिभावकों का आभार माना। वहीं संस्थापक ट्रस्टी, ओसीसीएम की प्रिंसिपल श्रीमती हुमैरा जावेद खान ने ओईएस के विकास में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने छात्रों के साथ-साथ ओईएस के प्रोफेसर्स से भी तालमेल बना कर किसानों की तरह छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए मेहनत कर इस मुकाम तक पहुंचाया। ओईएस के दीक्षांत समारोह में बुरहानी कॉलेज के प्रिसिंपल डॉ. हैदर एकरार, ओईएस के प्रिंसिपल डॉ. पी. वाईग़ांवकर, ओआई एम की प्रिंसिपल डॉ. केजी दवानी, आसीपीकी प्रिंसिपल डॉ. सुधा राठौड, एससीसीटी के प्रो राव साहेब, ओसीई की प्रिंसिपल डॉ. रतानी ठाकुर और सेक्रटरी टू प्रेसीडेंट नईम अहमद के अलावा अन्य सभी प्रोफेसर व कॉलेजों से स्टाफ मौजूद थे। बता दें कि कम समय में ओईएस नवी मुंबई के शिक्षा संस्थानों से एक है। इसकी गिनती महाराष्ट्र के टॉप टेन शिक्षण संस्थानों में होती है।
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